Uttarakhand News: सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चौखुटिया अस्पताल आंदोलन में बड़ा असर, स्वास्थ्य विभाग देगा राहत

सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चौखुटिया अस्पताल आंदोलन में बड़ा असर, स्वास्थ्य विभाग देगा राहत
उत्तराखंड में राज्य के सीएम धामी ने चौखुटिया अस्पताल सुधार की मांग पर हस्तक्षेप कर आंदोलन स्थगित कराया। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की उम्मीद।

डिजिटल डेस्क, देहरादून उत्तराखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था सुधार को लेकर लंबे समय से चले आ रहे आंदोलन के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को वर्चुअल वार्ता कर आंदोलनकारियों को राहत का भरोसा दिलाया। इसके बाद उप-जिला अस्पताल के लिए आंदोलन 20 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया- राज्य सरकार ने अस्पताल में सुविधाओं और विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती का भरोसा दिया।

मुख्यमंत्री धामी का मध्यस्थ भूमिका

अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया क्षेत्र में लगभग 60 दिन से रामगंगा आरती घाट पर अनशन चलता रहा था। स्थानीय लोगों की मांग थी कि उप-जिला अस्पताल में उपचार और अन्य सुविधाएं बेहतर हों। इस बीच रविवार को मुख्यमंत्री धामी ने आंदोलनकारियों से वीडियो कॉल पर बातचीत की। उन्होंने अस्पताल के लिए “टोकन मनी” 20 दिन के भीतर जारी करने का भरोसा दिया।

धामी ने चिकित्सकों की तैनाती की प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दी- 3 दिसंबर को साक्षात्कार प्रस्तावित है, जिसके बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा अस्पताल में डिजिटल एक्स-रे, ईसीजी आदि सुविधाओं की शुरुआत भी करने का आदेश दिया गया है।

लोगों में फिर जागी उम्मीद

सीएम के आश्वासन के बाद आंदोलनकारियों ने 20 दिन के लिए धरना स्थगित कर दिया है। स्थानीय निवासी महसूस कर रहे हैं कि अब उन्हें भविष्य में बेहतर इलाज और सुविधा मिलने की उम्मीद है। स्वास्थ्य सेवाओं के दायरे का विस्तार, विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता और बेहतर संसाधन- इन सबके मिलने से ग्रामीणों को राहत मिलेगी।

धामी सरकार की प्राथमिकता: स्वास्थ्य एवं ग्रामीण विकास

पुष्कर सिंह धामी ने इस वार्ता में कहा कि चौखुटिया और आसपास के क्षेत्र का संपूर्ण विकास उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य एवं अन्य क्षेत्रीय विकास योजनाओं पर विभागीय स्तर पर काम तेजी से चल रहा है।

उप-जिला अस्पताल की मांग कर रहे चौखुटिया के ग्रामीणों को मुख्यमंत्री धामी के हस्तक्षेप से उम्मीद मिली है कि अब उनकी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी गंभीरता से ली जाएगी। अगर सरकार वादा निभाती है, तो यह पहल ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार का मजबूत संकेत होगी।

Created On :   1 Dec 2025 6:00 PM IST

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