2000 के नोटों की छपाई बंद, 500 के नोटों की छपाई बढ़ी 

2000 के नोटों की छपाई बंद, 500 के नोटों की छपाई बढ़ी 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-06 14:01 GMT
2000 के नोटों की छपाई बंद, 500 के नोटों की छपाई बढ़ी 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एक ओर जहां कुछ समय पहले देश नकदी की कमी से जूझ रहा था, वहीं दूसरी तरफ आर्थिक सचिव सुभाष चन्द्र गर्ग ने एक और बयान दिया है। गर्ग के अनुसार देश में अब कैश की कोई समस्या नहीं है, देश के 85 प्रतिशत एटीएम मशीनें काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि 2000 के नोटों की छपाई को बंद किया गया है और 200 और 500 के नोटों की छपाई में प्रतिदिन 3000 करोड़ रुपये तक वृद्धि हुई है।

2000 के नोट को बताया परेशानी
सुभाष चन्द्र गर्ग के अनुसार 2000 रु के मुकाबले 200 और 500 के नोट ज्यादा उपयुक्त और आसान हैं, आम लोग लेनदेन में इनका ज्यादा उपयोग करते हैं, इसीलिए इन मूल्यों के नोटों की छपाई में रोज तीन हजार करोड़ की वृद्धि की गयी है। उन्होंने कहा कि 2000 के पर्याप्त नोट बाजार में होने के कारण इसकी छपाई को रोक दिया गया है।

अब सामान्य हैं हालात
कुछ समय पहले भारत के कई राज्यों से एटीएम के सूख जाने और मशीनें खराब होने की ख़बरें आ रही थी, जिसके बाद से रिजर्व बैंक इस नकदी की सूखे को दूर करने में जुट गया था। सुभाष चन्द्र गर्ग के मुताबिक़ 85 फीसदी मशीने सुचारू रूप से चल रही हैं। गर्ग ने कहा कि बाजार में भरपूर कैश है, मांग पड़ने पर हम अतिरिक्त कैश भी उपलब्ध करा रहे हैं।

रिजर्व बैंक का नया कदम
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चन्द्र गर्ग ने बताया कि रिज़र्व बैंक लगातार अपने नोटों की क्वालिटी और सिक्योरिटी बढ़ा रहा है, जिससे नकली नोटों पर लगाम लगाई जा सके। गर्ग के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल नकली नोटों के मामलों में कमी आई है।

Similar News