बंगाल में सभी जूट मिलों को संचालन शुरू करने की अनुमति
बंगाल में सभी जूट मिलों को संचालन शुरू करने की अनुमति
कोलकाता, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य की सभी जूट मिलों को 15 प्रतिशत श्रमशक्ति के साथ संचालन फिर से शुरू करने की बुधवार को अनुमति दे दी। लेकिन मिलों से श्रमिकों की हिफाजत सुनिश्चत करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कहा गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह घोषणा करते हुए कहा कि जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने उनकी सरकार को राज्य की 18 जूट मिलों की एक सूची सौंपी है, जो अपना संचालन शुरू कर सकती हैं।
बनर्जी ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा, लेकिन हमें लगा कि यह अन्य जूट मिलों के साथ नाइंसाफी होगी। ट्रेड यूनियन के नेताओं ने भी मुझसे कहा कि यदि मिले खोलनी हैं तो सभी को खाला जाना चाहिए। हम भेदभाव नहीं कर सकते।
इंडियन जूट मिल्स एसोसिएशन के अनुसार, बंगाल में 69 जूट मिलों में इस समय 2.5 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं। राज्य में लगभग 40 लाख लोग जूट की खेती से जुड़े हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे पंजाब और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों ने फोन कर के अनुरोध किया कि जूट मिलों को फिर से खोला जाए, क्योंकि रबी की फसलों की पैकेजिंग के लिए जूट की बोरियों की जरूरत होगी।
ममता ने कहा, लेकिन साफ कहूं तो मैं मिलों को खोलना नहीं चाहती थी, क्योंकि जिन इलाकों में मिलें हैं, वे इलाके बहुत संवेदनशील हैं। लेकिन चूंकि विभिनन राज्य रबी की फसल की पैकेजिंग की समस्या से जूझ रहे हैं, इसलिए हमने जोखिम के बावजूद सहमति जताई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, इसके अलावा यह भी है कि यदि हमने उन्हें संचालन शुरू करने की अभी अनुमति नहीं दी तो फिर उन्हें जूट बैग के आर्डर नहीं मिल पाएंगे।
आईजेएमए के महानिदेशक देबाशीष रॉय ने कहा कि वह 23 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन के समय से ही प्रशासन के संपर्क में रहे हैं।