फेसबुक डेटा लीक मामला , CEO मार्क जुकरबर्ग को हुआ अरबों का नुकसान

फेसबुक डेटा लीक मामला , CEO मार्क जुकरबर्ग को हुआ अरबों का नुकसान

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-20 07:27 GMT
फेसबुक डेटा लीक मामला , CEO मार्क जुकरबर्ग को हुआ अरबों का नुकसान

 

डिजिटल डेस्क ।  मंगलवार को तमाम एशियाई बाजार में गिरावट देखी जा रही है। इस गिरावट का मुख्य कारण फेसबुक के शेयर में आई कमी है। फेसबुक के शेयरों में भारी गिरावट के बाद अमेरिकी बाजार में हलचल मच गई है। दरअसल राजनीतिक विज्ञापन कंपनी के करोड़ों फेसबुक यूजर्स के डेटा उनकी सहमति के बिना अपने पास रखने की खबर आने पर अमेरिकी और यूरोपीय सांसदों ने फेसबुक इंक से जवाब मांगा। इसके बाद अमेरिका की सोशल मीडिया कंपनी के शेयर सोमवार को 7% टूट गए। शेयर की कीमत घटने की वजह से फेसबुक  CEO मार्क जुकरबर्ग को एक दिन में 6.06 अरब डॉलर (करीब 395 अरब रुपए) का झटका लग गया है। अमेरिका और यूरोप के सांसदों ने जुकरबर्ग को उनके सामने पेश होने के लिए कहा है। वो जानना चाहते हैं कि ब्रिटेन की कैंब्रिज एनालिटिका ने डॉनल्ड ट्रंप को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव जीतने में किस तरह से मदद की? 

 

फेसबुक पहले ही ये बता चुका है कि 2016 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उसके प्लेटफॉर्म का प्रचार-प्रसार करनेवाले रूसी लोगों ने कैसे इस्तेमाल किया था, लेकिन इसे लेकर जुकरबर्ग कभी सवालों के घेरे में नहीं आए थे। इस मामले से सोशल नेटवर्किंग साइट्स के सख्त रेग्युलेशन का दबाव भी बन सकता है। ब्रिटेन के एक सांसद ने सोमवार को कहा कि देश के प्राइवेसी वॉचडॉग को अधिक ताकत मिलनी चाहिए। कन्जर्वेटिव लीडर और यूके डिजिटल, कल्चर, मीडिया और स्पोर्ट्स कमिटी के अध्यक्ष डेमियन कॉलिंस ने एलबीसी रेडियो को दिए इंटरव्यू में बताया, "हमें ब्रिटेन में इन्फॉर्मेशन कमीशन को और शक्तियां देने पर विचार करना चाहिए। इसका समय आ गया है।" 

 

 

 

 

 

फेसबुक ने अपनी सफाई में क्या कहा? 

 

फेसबुक ने शुक्रवार को बताया था कि एक प्रोफेसर ने फेसबुक के लॉग इन टूल्स का इस्तेमाल लोगों को साइनअप करने के लिए किया था। प्रफेसर का दावा था कि पर्सनैलिटी ऐनालिसिस ऐप के लिए यूजर्स को साइनअप किया गया था, जिसका इस्तेमाल ऐकडेमिक परपस में होना था। क्विज के लिए 2.70 लाख लोगों ने ऐप को फेसबुक के जरिये अपने और दोस्तों के डेटा ऐक्सेस करने की इजाजत दी थी, जिससे कुल यूजर्स की संख्या 5 करोड़ तक पहुंच गई थी। फेसबुक के नियमों के मुताबिक, उस वक्त इस तरह के एक्सेस की इजाजत थी। फेसबुक के मुताबिक, प्रोफेसर ने बाद में इन यूजर्स के डेटा कैंब्रिज एनालिटिका को दिए जो उसकी शर्तों का उल्लंघन था। 


अमेरिकी बाजार को हो रहा घटा

 

इस खबर की वजह से फेसबुक के शेयर सोमवार को 7 प्रतिशत गिर गए। सोमवार के सत्र में फेसबुक का शेयर 6.77 फीसद की गिरावट के साथ 172.56 डॉलर के स्तर पर बंद हुआ। इस भारी गिरावट की वजह से टेक्नोलॉजी इंडेक्स नैस्डैक 1.84 फीसद की गिरावट के साथ 7344 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं डाओ जोंस 1.35 फीसद गिरकर 24610 के स्तर पर और एसएंडपी 1.42 फीसद की गिरावट के साथ 2712 के स्तर पर बंद हुआ।

इसके अलावा आज से अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक शुरू हो रही है। फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरें बढ़ाने की पूरी संभावना है। बाजार इसे पहले ही डिस्काउंट कर चुका है। बाजार की नजर अब फेडरल रिजर्व प्रमुख जेरोम पॉवेल की कमेंट्री पर होगी।

 

 

 

 

 

क्या है बाकी देशों का हाल

 

सिंगापुर निफ्टी भी करीब 23 अंक गिरकर 10092 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इन कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बीच आज भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत भी लाल निशान में होने की आशंका है। निफ्टी के लिए 10000 का स्तर काफी अहम रहेगा। सुबह करीब सवा आठ बजे तमाम एशियाई बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। जापान का इंडेक्स निक्केई 1 फीसद टूटकर 21267 के स्तर पर है। वहीं शंघाई 13 अंक की गिरावट के साथ 3265 के स्तर पर और हैंगसैंग 176 अंक की बिकवाली के साथ 31337 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसके अलावा तायवान का इंडेक्स कोस्पी 10 अंक की गिरावट के साथ 2464 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। एशियाई बाजारों में छाई इस बिकवाली की वजह अमेरिकी बाजार में आई गिरावट है।

 

भारतीय बाजार के भी हाल बुरे 

 

पंजाब नेशनल बैंक से शुरू हुई घोटाल की कहानी रुकने का नाम नहीं ले रही। हर रोज देश के किसी बैंक में फ्रॉड का कोई न कोई मामला सामने आ रहा है। ताजा मामला कैनरा बैंक से जुड़ा है। सीबीआई ने 68.38 करोड़ रुपए के फ्रॉड में बैंक के पूर्व चेयरमैन पर मामला दर्ज किया है। कमजोर विदेशी संकेतों के बाद घरेलू बाजार से भी अच्छी खबरें नहीं है। ऐसे में भारतीय शेयर बाजार में किसी बड़ी गिरावट के इनकार नहीं किया जा सकता है। निफ्टी के लिए 10000 का स्तर काफी अहम है। इसके टूटने पर बाजार में गिरावट की आशंका और गहरी हो सकती है।

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