इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग में 71 फिसदी उछाल, ई-रिटर्न में भी 54% वृद्धि

इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग में 71 फिसदी उछाल, ई-रिटर्न में भी 54% वृद्धि

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-01 19:05 GMT
इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग में 71 फिसदी उछाल, ई-रिटर्न में भी 54% वृद्धि
हाईलाइट
  • अगस्त 2018 तक दाखिल आयकर रिटर्न की संख्या 71% बढ़कर 5.42 करोड़ हो गई।
  • यह संख्या 31 अगस्त 2017 में 3.17 करोड़ थी।
  • वित्त वर्ष 2017-18 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख 31 अगस्त निकल गई है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2017-18 के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारीख 31 अगस्त निकल गई है। मगर इस बार अगस्त 2018 तक दाखिल आयकर रिटर्न की संख्या 71% बढ़कर 5.42 करोड़ हो गई, जो 31 अगस्त 2017 में 3.17 करोड़ थी।

जानकारी के अनुसार कारोबार या पेशेवर कार्य करने वाले लोगों के लिए आय के संभावित अनुमान पर आधारित कर जमा करने योजना के तहत दाखिल आयकर रिटर्न की संख्या में पिछले साल की तुलना में 8 गुना इजाफा हुआ है। इसी प्रकार वेतनभोगी द्वारा दाखिल किए जाने वाले ई-रिटर्न की संख्या में 54% वृद्धि दर्ज की गई है।

मंत्रालय के बयान के अनुसार वेतनभोगियों द्वारा दाखिल ई-रिटर्न की संख्या 31 अगस्त तक 3.37 करोड़ रही। पिछले साल 31 अगस्त तक यह संख्या 2.19 करोड़ थी। यह सीधे तौर पर 54% वृद्धि को दिखाता है। अगस्त के आखिरी दिन इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से कुल 34.95 लाख रिटर्न दाखिल किए गए। ई-रिटर्न दाखिल करने वालों में वेतनभोगियों और अनुमान आधारित कर योजना का लाभ लेने वालों की संख्या में स्पष्ट इजाफा देखा गया है।

वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "दाखिल रिटर्न की संख्या में बढ़ोत्तरी बताती है कि करदाताओं द्वारा स्वैच्छिक तौर पर कर अनुपालन बढ़ा है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें नोटबंदी का असर, करदाताओं के बीच जागरूकता बढ़ना और देरी से रिटर्न दाखिल करने पर जुर्माना शुल्क लगाया जाना शामिल है।"

गौरतलब है कि 2018-19 के बजट भाषण में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कर संग्रहण बढ़ाने के लिए इकाइयों को अपने अनुमान पर आधारित कर जमा करने योजना की घोषणा की थी। उस दौरान जेटली ने कहा था कि इस योजना के तहत रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में 41% की वृद्धि दर्ज की गई है। यह इनकम टैक्स के दायरे में आने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि को दिखाता है।

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