PNB Scam: सरकारी गवाह बनीं नीरव मोदी की बहन पूर्वी, भाई के खुलवाए ब्रिटेन के अकाउंट से ED को 17.25 करोड़ रु. भेजे

PNB Scam: सरकारी गवाह बनीं नीरव मोदी की बहन पूर्वी, भाई के खुलवाए ब्रिटेन के अकाउंट से ED को 17.25 करोड़ रु. भेजे

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-01 15:15 GMT
PNB Scam: सरकारी गवाह बनीं नीरव मोदी की बहन पूर्वी, भाई के खुलवाए ब्रिटेन के अकाउंट से ED को 17.25 करोड़ रु. भेजे
हाईलाइट
  • ब्रिटेन के अपने खाते से ED को 17.25 करोड़ रु.भेजे
  • कहा- यह पैसे मेरे नहीं
  • अकाउंट भाई ने खुलवाए
  • नीरव मोदी की बहन पूर्वी सरकारी गवाह बनीं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यूनाइटेड किंगडम में पूर्वी मोदी के एक अकाउंट से 17.25 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। इस अकाउंट को भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने खोला था। नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सरकारी गवाह बन गई है। सरकारी गवाह बनने के बाद पूर्वी ने ईडी को इस अकाउंट के बारे में बताया। ईडी ने एक बयान में कहा कि पैसा पूर्वी का नहीं था और इस अकाउंट को नीरव मोदी ऑपरेट कर रहा था। नीरव मोदी 13,500 करोड़ रुपये के पीएनबी धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी है और फिलहाल लंदन की जेल में बंद है।

ईडी ने एक बयान में कहा कि पूर्व मोदी ने यूके के एक बैंक खाते से भारत सरकार के बैंक खाते में लगभग 17.25 करोड़ रुपये की राशि भेजी है। नीरव मोदी के खिलाफ मामले में पूर्वा मोदी और उनके पति मयंक मेहता को शुरू में आरोपी बनाया गया था। हालांकि, 4 जनवरी, 2021 को एक विशेष पीएमएलए कोर्ट ने उन्हें इस शर्त पर माफ कर दिया कि वे नीरव मोदी मामले से जुड़े पहलुओं का पूरा और सही खुलासा करेंगे। इस प्रकार दंपति को मामले में एक अप्रूवर के रूप में माना गया था। पूर्वी ने कहा, "मुझे इस बात की जानकारी थी कि मेरे नाम से ब्रिटेन में कोई बैंक अकाउंट है। ये अकाउंट न मैंने खुलवाया था और न ही इसमें जमा पैसे मेरे हैं, इसलिए ये रुपए मैंने भारत सरकार को ट्रांसफर कर दिए हैं।

नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक में हुए 13,600 करोड़ रुपये के घोटाला मामले में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में भारत में वॉन्टेड है। वह भारत में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ ब्रिटेन में कानूनी लड़ाई हार चुका है। नीरव मोदी मुख्य रूप से दो तरह की आपराधिक कार्यवाही का सामना कर रहा है। उसके खिलाफ सीबीआई का मामला पीएनबी के साथ लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) के माध्यम से बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी से संबंधित है, जबकि ईडी का मामला उस धोखाधड़ी की आय के शोधन से संबंधित है। इसके अलावा, नीरव मोदी पर "सबूत गायब करने" और गवाहों को डराने के दो अतिरिक्त आरोप भी हैं, जिन्हें सीबीआई मामले में जोड़ा गया था।

पीएनबी घोटाला सार्वजनिक होने से पहले जनवरी 2018 के पहले सप्ताह में मोदी ने भारत छोड़ दिया था। मार्च 2019 में, मोदी को यूके में गिरफ्तार किया गया था और वर्तमान में वह लंदन के वैंड्सवर्थ जेल में बंद है। ईडी अब तक भारत और विदेशों में मोदी की 2,400 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है। इस हफ्ते की शुरुआत में, मोदी ने मौखिक सुनवाई के लिए ब्रिटेन के हाईकोर्ट का रुख किया था। उसने पूछा कि क्या वह लोअर कोर्ट के पत्यर्पण के आदेश के खिलाफ फुल अपील हेयरिंग के लिए आगे बढ़ सकता है? 

अप्रैल में, यूके सरकार ने यूके की एक अदालत के फरवरी के आदेश के बाद मोदी के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी थी। कोर्ट ने मोदी के प्रत्यर्पण के आदेश में कहा था कि उसके खिलाफ पर्याप्त सबूत है।

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