एक साल का हुआ GST, जानिए अब तक क्या हुए बड़े बदलाव

एक साल का हुआ GST, जानिए अब तक क्या हुए बड़े बदलाव

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-30 12:35 GMT
एक साल का हुआ GST, जानिए अब तक क्या हुए बड़े बदलाव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में वस्तु एवं सेवा कर (GST) अब एक साल का हो चुका है। मोदी सरकार ने GST को देश की जटिल टैक्स प्रणाली को सरल बनाते हुए समान कर व्यवस्था कायम करने के उद्देश्य से लागू किया था। एक जुलाई 2017 से लागू हुए GST सिस्टम ने सरकार के राजस्व को लाभ पहुंचाया है, वहीं ये आज भी व्यापारियों और बिजनेसमेन के लिए सिरदर्द बना हुआ है।

अगर हम GST के इस एक साल पर विश्लेषण करें तो जानेंगे कि इस दौरान कई बड़े बदलाव हुए हैं। जैसे की केंद्र और राज्य सरकार के राजस्व में वृद्धि हुई है। टैक्स प्रणाली को सरलतम रूप प्रदान किया गया है। मगर बात करें समस्याओं की तो एक साल बीत जाने के बाद भी रिटर्न दाखिल करने में सरलीकरण और टैक्स को तर्कसंगत बनाने जैसी कुछ समस्याओं का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है।

क्या GST से सरकार का खजाना भरा?
GST लागू होने के बाद के आंकड़ों पर अगर गौर करेंगे तो पाएंगे कि GST से सरकार को काफी लाभ हुआ है। GST लागू होने से बाद सरकार के इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में करीब 15 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

वित्त वर्ष 2016-17 में कुल कलेक्शन 8.63 लाख करोड़ रुपए मिला था। वहीं GST लागू होने के 11 महीनों में ही कुल टैक्स कलेक्शन 10.06 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया, जबकि जून 2018 के आंकड़े आने बाकी हैं।

सरकार के लिए ये आंकड़े इसलिए भी खुश करने वाले हैं, क्योंकि पेट्रोलियम उत्पादों, शराब, तंबाकू और मनोरंजन GST से बाहर हैं। इन सभी से जो टैक्स प्राप्त होगा वो अलग ही है। जबकि वित्त वर्ष 2016-17 में कुल कलेक्शन में इनका टैक्स भी शामिल था।

दुनिया में सबसे कठिन है भारत का GST सिस्टम
भारत में लागू GST में टैक्स की दरें 6 प्रकार से रखी गईं हैं, जो क्रमश: 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत हैं। इसके अलावा कुछ मदों पर टैक्स की दर शून्य है, तो सोने पर 3 प्रतिशत टैक्स लगाया गया है। बता दें कि भारत का यह टैक्स सिस्टम दुनिया में सबसे कठिन बताया गया है।

115 देशों में लागू है GST
वर्ल्ड बैंक ने "इंडिया डेवलपमेंट अपडेट" की छमाही रिपोर्ट में बताया था कि पूरे विश्व में 115 देशों में GST लागू है। 115 देशों में केवल 5 देश- भारत, इटली, लग्जमबर्ग, पाकिस्तान और घाना में 5 टैक्स स्लैब की व्यवस्था है। 49 देशों में केवल 1 टैक्स स्लैब, जबकि 28 देशों में 2 टैक्स स्लैब रखे गए हैं। वर्ल्ड बैंक ने बताया कि भारत के अलावा जिन चार देशों में GST के 5 टैक्स स्लैब हैं, उन देशों की अर्थव्यवस्था वर्तमान में बुरे दौर से गुजर रही है।

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