जून के महीने में बनी महज 1 TATA Nano कार, बंद होगा प्रोडक्शन

जून के महीने में बनी महज 1 TATA Nano कार, बंद होगा प्रोडक्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-05 03:28 GMT
जून के महीने में बनी महज 1 TATA Nano कार, बंद होगा प्रोडक्शन
हाईलाइट
  • इन डीलर्स ने कोई नया ऑर्डर भी नहीं दिया है।
  • इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कंपनी जल्दी ही नैनो कार का प्रोडक्शन बंद कर देगी।
  • इस वजह से टाटा मोटर्स ने बीते जून महीने में नैनो कार की सिर्फ एक यूनिट बनाई।
  • पिछले दो महीने से टाटा के तमाम डीलर्स ने टाटा नैनो कार की बुकिंग लेनी बंद कर दी है


डिजिटल डेस्क । देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स ने भारत की आधी से अधिक आबादी के लिए एक सपना देखा, वो सपना था हर निम्न वर्ग परिवारों तक कार पहुंचाने का। टाटा संस के मालिक रतन टाटा ने ये सपना पूरा भी किया और सबसे सस्ती कार लखटकिया "नैनो" कार बना कर कई लोगों तक कार पहुंचाई, लेकिन अब कार बंद होने की कगार पर है। दरअसल पिछले दो महीने से टाटा के तमाम डीलर्स ने टाटा नैनो कार की बुकिंग लेनी बंद कर दी है और इन डीलर्स ने कोई नया ऑर्डर भी नहीं दिया है। जिस वजह से टाटा मोटर्स ने बीते जून महीने में नैनो कार की सिर्फ एक यूनिट बनाई। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कंपनी जल्दी ही नैनो कार का प्रोडक्शन बंद कर देगी। हालांकि उत्पादन रोके जाने को लेकर कंपनी की तरफ से कहा गया है कि इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया।

 

टाटा मोटर्स की तरफ से फाइल की गई, रेग्युलेटरी के मुताबिक इस साल जून महीने में कंपनी ने एक भी नैनो कार देश के बाहर निर्यात नहीं किया है। वहीं पिछले साल के मुकाबले नैनो कार के बिक्री की तुलना की जाए तो बीते साल जून महीने में ही घरेलू बाजार में 167 यूनिट नैनो कार बेची गई थी जबकि इस जून में सिर्फ 3 कार।

 

 

कार की गिरती बिक्री बनीं वजह 

जानकारी के अनुसार जल्द ही टाटा नैनो कार का प्रोडक्शन बंद करने जा रही है क्योंकि इसकी बिक्री पिछले कुछ समय में काफी कम हो गई है। इस कार की गिरती बिक्री की वजह से कंपनी इसके उत्पादन को बंद करने की योजना बना रही है। पिछले कुछ समय में ये कार लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में विफल रही है। जून माह में सिर्फ एक कार का उत्पादन हुआ है, जबकि यहां 2.4 लाख कार प्रति महीना बनाने की क्षमता है।

 

 

 

 

कार के पार्ट्स के निर्माण रहेगा जारी

 

हालांकि कार के पार्ट्स को बनाने के लिए कंपनी ने मना नहीं किया है, उन्हें कहा गया है कि बीएस 4 के पार्ट्स को बनाया जाए, जिससे लगता है कि कंपनी भविष्य में इमिशन नियमों के तहत कार को नहीं बनाना चाहती है, जिसकी वजह से कयास लगाए जा रहे हैं कि कार का उत्पादन बंद हो सकता है। आपको बता दें कि पिछले वर्ष टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरैन सायरस मिस्त्री ने कहा था कि टाटा मोटर्स पहले से ही 1000 करोड़ रुपए के नुकसान में चल रही है क्योंकि नैनों को जिंदा रखने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने टाटा नैनों को बंद करने की बात कही थी, लेकिन टाटा ग्रुप बोर्ड के सदस्यों ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था।

क्या नैनो कार का प्रोडक्शन आने वाले दिनों में बंद होने वाले है इसपर टाटा मोटर्स के प्रवक्ता ने कहा, "हम जानते हैं कि मौजूदा प्रारूप में नैनो 2019 के बाद जारी नहीं रह सकती। हमें नए निवेश की जरूरत हो सकती है लेकिन इस संबंध में अभी कोई फैसला नहीं किया गया है।

 

 

 

कंपनी ने माना था सबसे सस्ती कार होने का दावा था गलत

गौरतलब है कि साल 2008 के ऑटो एक्सपो में नैनो कार को टाटा मोटर्स ने लॉन्च किया है। साल 2009 में कंपनी ने एक लाख रुपये की कीमत में इसके बेस मॉडल को उतारा था जिसपर कंपनी को घाटे का सामना करना पड़ा था। इसे लेकर तभी रतन टाटा ने कहा था कि वादे से पीछे नहीं हट सकते। हालांकि बाद में टाटा कंपनी ने माना था कि नैनो कार को सबसे सस्ती कार के रूप में प्रचारित करना कंपनी की गलती थी।
 

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