शेयर बाजार में साल 2021 की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के करीब 6 लाख करोड़ रुपए डूबे, जानिए क्या है वजह?

शेयर बाजार में साल 2021 की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के करीब 6 लाख करोड़ रुपए डूबे, जानिए क्या है वजह?

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-26 10:36 GMT
शेयर बाजार में साल 2021 की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के करीब 6 लाख करोड़ रुपए डूबे, जानिए क्या है वजह?
हाईलाइट
  • घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को करीब 2000 अंकों की गिरावट
  • बाजार में आई गिरावट से निवेशकों के करीब 5 लाख करोड़ रुपए डूब गए
  • साल 2021 की ये सबसे बड़ी गिरावट है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स में करीब 1939 अंकों की गिरावट आई और यह 49,099.99 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में 587 अंकों की गिरावट देखी गई और यह 14510 के स्तर पर आ गया है।

साल 2021 की ये सबसे बड़ी गिरावट है। बाजार में आई गिरावट से निवेशकों के करीब 6 लाख करोड़ रुपए डूब गए। 25 फरवरी को बीएसई लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,06,18,471.67 करोड़ रुपये था। जबकि 26 फरवरी को  घटकर 2,00,64,472.99 करोड़ रुपये के करीब आ गया है।

बाजार की इस गिरावट के पीछे 2 बड़ी वजह मानी जा रही है। पहली वजह तो यूएस में 10 साल के बॉन्ड यील्ड में आई तेजी है। आमतौर पर बॉन्ड यील्ड और इक्विटी रिटर्न का विपरीत संबंध होता है। जब बॉन्ड यील्ड बढ़ती है, तो इक्विटी रिटर्न कमजोर होता है। दूसरी वजह भारत में दिसंबर तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े है। आज इसे जारी किया जाएगा। इन आंकड़ों पर बाजार की आगे की चाल निर्भर करेगी। ऐसे में निवेशक सतर्क दिख रहे हैं। इसके अलावा भी बाजार में गिरावट की कुछ वजहें है, आइए इन पर नजर डाल लेते हैं:

बाजार में गिरावट की बड़ी वजहें
1. दुनियाभर के बाजारों के सेंटीमेंट सीरिया पर अमेरिका के हमले से खराब हुए हैं। US राष्ट्रपति जो बिडेन के आदेश पर एयर स्ट्राइक हुई है। ईरान समर्थित आतंकी संगठनों पर US ने एक्शन लिया है, जिससे जियो पॉलिटिकल टेंशन बढ़ा है। निवेशक इससे सहमे हुए हैं।

2. यूएस में 10 साल के बॉन्ड यील्ड में तेजी आई है। इससे इक्विटी मार्केट पर दबाव बना है। बॉन्ड यील्ड में बढ़त ने निवेशकों को जोखिम वाले निवेश विकल्पों जैसे इक्विटी मार्केट से दूर किया है।

3. आज दिसंबर तिमाही के लिए जीडीपी के आंकड़े जारी किए जाएंगे। इन आकंड़ों से पहले निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं क्योंकि बाजार का वैल्युएशन हाई है। अर्थव्यवस्था को लेकर कोई भी निगेटिव सेंटीमेंट बाजार में कमजोरी की वजह बन सकता है।

4. अमेरिकी बाजारों में गुरुवार को भारी बिकवाली देखने को मिली। डाउ जोंस में 560 अंकों की गिरावट रही और यह 31,402 के स्तर पर बंद हुआ। नैसडेक और SP 500 इंडेक्स भी कमजोर हुए। इसका असर भारतीय बाजारों के साथ-साथ एशिया के अन्य बाजारों पर भी पड़ा है।

5. बीते 24 घंटों में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के 15 हजार से ज्यादा मामले आए हैं। ऐसे में कोविड-19 की दूसरी लहर का डर बन गया है। इसे देखते हुए निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं।

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