दो दोस्त... 2BHK का कमरा और Flipkart के शून्य से शिखर तक का सफर

दो दोस्त... 2BHK का कमरा और Flipkart के शून्य से शिखर तक का सफर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-09 14:38 GMT
दो दोस्त... 2BHK का कमरा और Flipkart के शून्य से शिखर तक का सफर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बड़े से बड़ा बिजनस पैसे से नहीं , एक बड़े आईडिया से बड़ा होता है। ऐसी ही कुछ कहानी है दो दोस्तों की जिनके एक आईडिया ने 2 BHK के दफ्तर से मात्र 4 लाख रुपए से शुरु किये बिजनेस को 1 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंचा दिया। हम बात कर रहे है ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट की शुरुआत करने वाली सचिन और बिन्नी बंसल की। 11 साल पुरानी  फ्लिपकार्ट का कुल मूल्य 20.8 अरब डॉलर आंका गया है। इसकी 77 प्रतिशत हिस्सेदारी वालमार्ट ने खरीद ली है। हमारी इस रिपोर्ट में जानिए कैसे सचिन और बिन्नी बंसल ने ये मुकाम हासिल किया?

सरनेम बंसल लेकिन रिश्तेदार नहीं
ई-कॉमर्स कंपनी Flipkart के मालिक सचिन और बिन्नी बंसल हैं। दोनों के नाम के आगे बंसल जरूर लगा है, लेकिन दोनों रिश्तेदार नहीं है। दिलचस्प बात यह है कि दोनों ने अपनी स्कूलिंग हिसार के ओपी जिंदल मॉडर्न स्कूल से की। फिर साथ में ही आईआईटी दिल्ली से कंप्यूटर साइंस में ग्रैजुएशन कंप्लीट किया। उसके बाद सचिन बंसल ने ‘टेकस्पैन’ में और बिन्नी बंसल ने ‘सैर्नऑफ कॉर्पोरेशन’ के साथ काम करना शुरू कर दिया। दोनों अमेज़न डॉट कॉम में भी काम कर चुके है। सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने ऐमजॉन की नौकरी छोड़कर 2007 में फ्लिपकार्ट की शुरुआत एक ऑनलाइन बुकस्टोर के रूप में की थी।

 



आंध्र प्रदेश से मिला पहला ऑर्डर
फ्लिपकार्ट की शुरुआत करने के लिए सचिन और बिन्नी ने  2-2 लाख रुपए मिलाकर एक अपार्टमेंट में 2 बैडरूम वाला फ्लैट किराए पर लिया और 2 कम्प्यूटर के साथ कंपनी शुरू की। हालांकि, कंपनी शुरू करने के 10 दिन तक कोई सेल नहीं हुई। इसके बाद, आंध्र प्रदेश के एक कस्टमर ने पहला ऑर्डर बुक किया। ये एक किताब थी जिसका नाम "Leaving Microsoft to Change the World" और राइटर जॉन वुड थे। बीते सालों में फ्लिपकार्ट फर्श से अर्श पर पहुंच चुकी है और बेंगलुरु में कंपनी के कई ऑफिस हैं।  2008 में दिल्ली और 2009 में मुंबई में कंपनी का ऑफिस खुला। पिछले महीने कंपनी ने बेंगलुरु स्थित अपने सभी दफ्तरों को 8.3 लाख स्क्वेयर फीट के विशाल कैंपस में शिफ्ट किया।

COD ने बदली तस्वीर
ऑनलाइन बुक स्टोर के बाद फिल्पकार्ट ने कई सारे प्रॉडक्ट्स की कैटिगरी को अपनी वेबसाइट पर ऐड किया। फ्लिपकार्ट अब इलेक्ट्रॉनिक, होम अप्लायंस, क्लॉथ, किचिन अप्लायंस, ऑटो एंड स्पोर्ट्स एक्सेसरीज, बुक्स एंड मीडिया, ज्वैलरी के साथ अन्य प्रोडक्ट भी सेल करती है। फ्लिपकार्ट 80 से ज्यादा कैटेगरी में 80 लाख प्रोडक्ट बेचती है। 2010 में फ्लिपकार्ट ने लोगों को सामान हाथ में आने के बाद भुगतान (सीओडी) का विकल्प दिया। जब फ्लिपकार्ट ने कैश ऑन डिलिवरी (COD) की शुरुआत की तब केवल 0.5 प्रतिशत लोग ही क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते थे। फ्लिपकार्ट के इस प्रयोग ने इंडस्ट्री की तस्वीर ही बदल दी। 

 



ऑनलाइन प्रोडक्ट लॉन्च कर बदली परंपरा
इसके अलावा फ्लिपकार्ट ने एक और परंपरा को बदला। पहले जहां नए प्रोडक्ट को ऑफलाइन लॉन्च किया जाता था जिसके बाद प्रोडक्ट ऑनलाइन सेल के लिए आता था। फ्लिपकार्ट ने इसे बदलते हुए मोटोरोला को ऑनलाइन लॉन्च किया और इस परंपरा को बदला। मोटोरोला को भी इसका फायदा हुआ और महज 5 महीनों में मोटो ने 10 लाख स्मार्टफोन्स बेच दिए। इसके बाद ये ट्रेंड बन गया और अब कई ई कॉमर्स कंपनियां इसे फोलो करती है। फ्लिपकार्ट की नो कॉस्ट EMI का लोगों को महंगे प्रॉडक्ट्स खरीदने में काफी फायदा हुआ। फ्लिपकार्ट की यह स्कीम भी काफी लोकप्रिय हुई है। 

 



10 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स
फिल्पकार्ट ने विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए 2011 में सिंगापुर का भी रुख किया। इस बीच छोटी-छोटी ई-कॉमर्स कंपनियों को भी भी खरीदना फिल्पकार्ट ने जारी रखा। मिंत्रा, ईबे, फोनपे, चकपक जैसी कंपनियों को फ्लिपकार्ट ने खरीदा। कंपनी के पास 10 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स हैं। कंपनी के पास 1 लाख सेलर्स और 21 वेयरहाउस भी हैं। 2016 में बिन्नी बंसल इस फ्लिपकार्ट के CEO बने और सचिन बंसल ने इसके एक्जिक्यूटिव का पद संभाला। कंपनी के बोर्ड में 7 सदस्य हैं।

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