इमारत गिरने से 14 लोगों की मौत, खाली करने दिया गया था नोटिस 

मुंबई इमारत गिरने से 14 लोगों की मौत, खाली करने दिया गया था नोटिस 

Tejinder Singh
Update: 2022-06-28 15:49 GMT
इमारत गिरने से 14 लोगों की मौत, खाली करने दिया गया था नोटिस 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर के कुर्ला इलाके में एक चार मंजिला इमारत गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई है। हादसे में 13 लोग जख्मी हुए हैं जिनमें से 9 को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हादसा सोमवार रात 12 बजे के करीब हुआ। 1973 में बनी नाईक नगर कोआपरेटिव सोसायटी नाम की इमारत का डी विंग अचानक पूरी तरह ढह गया और घरों में सो रहे कई परिवार मलबे में दब गए। बीएमसी के मुताबिक कुर्ला (पूर्व) में बस डिपो के पीछे बनी यह इमारत सरकारी जमीन पर स्थित है। हादसे की सूचना मिलते ही दमकल और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव के काम में जुट गईं। राहत और बचाव के काम का जायजा लेने पहुंचे मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि इमारत को खाली करने के लिए नोटिस दिया गया था इसके बावजूद कुछ लोग इसमें रह रहे थे। मुंबई महानगर पालिका की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इमारत में कुल चार विंग हैं। साल 2013 में इमारत की जर्जर हालत को देखते हुए मरम्मत की नोटिस दी गई थी। मरम्मत न होने पर कानूनी कार्यवाही शुरू की गई और 2014 में इसे गिराने का नोटिस दिया गया। 2016 में पानी और बिजली कनेक्शन भी काट दिया गया। लेकिन बाद में सचदेव एंड एसोसिएट्स की ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर पानी और बिजली कनेक्शन जोड़ दिया गया। इमारत के रहिवासियों ने बीएमसी को लिखकर दिया था कि हादसा होने पर इमारत में रहने वाले खुद इसके जिम्मेदार होंगे।   

पांच लाख का मुआवजा

राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख जबकि घायलों के मुफ्त इलाज का ऐलान किया है। राज्य के नगर विकास मंत्री सुभाष देसाई ने मुआवजे का ऐलान करते हुए कहा कि हादसे की जांच कराई जाएगी और मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बागी विधायक ने किया मुआवजे का ऐलान

शिवसेना से बगावत कर गुवाहाटी में बैठे स्थानीय विधायक मंगेश कुडालकर ने भी मदद का ऐलान किया है। कुडालकर ने ट्वीट कर लिखा है कि इमारत हादसे के पीड़ितों को मंत्री एकनाथ शिंदे और विधायक मंगेश कुडालकर की ओर से मदद दी जाएगी। मृतकों के परिजनों को पांच लाख जबकि घायलों को एक लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी। हालांकि कुडालकर की यह पहल शिवसेना समर्थकों को पसंद नहीं आई और उन्होंने जवाबी ट्वीट में कई सवाल उठाए और कहा है कि खाने पर 10 लाख खर्च करने वाले मदद के नाम पर सिर्फ 5 लाख देंगे।    
    
380 से ज्यादा जर्जर इमारतें

मुंबई और आसपास के इलाकों में हर साल बरसात के दौरान इमारत गिरने की घटनाएं सामने आतीं हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन इसे लेकर ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है। मुंबई महानगर पालिका ने इस साल भी मानसून से पहले करीब 380 इमारतों को जर्जर घोषित किया है लेकिन इनमें से ज्यादातर में अब भी लोग रह रहे हैं।

 

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