होशंगाबाद से पैदल छिंदवाड़ा पहुुंचे छग के 25 मजदूर, राज्यपाल ने बस से भेजा

होशंगाबाद से पैदल छिंदवाड़ा पहुुंचे छग के 25 मजदूर, राज्यपाल ने बस से भेजा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-11 10:08 GMT
होशंगाबाद से पैदल छिंदवाड़ा पहुुंचे छग के 25 मजदूर, राज्यपाल ने बस से भेजा

 डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । छह दिन पहले होशंगाबाद से पैदल निकले बिलासपुर छत्तीसगढ़ के 25 मजदूर शनिवार रात को छिंदवाड़ा पहुंचे। खजरी बायपास पर एक निर्माणाधीन भवन में उन्होंने डेरा डाला। सूचना पर कोरोना हेल्पलाइन ग्रुप के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर उन्हें भोजन व जरुरत का सामान उपलब्ध कराने के साथ स्थानीय प्रशासन को सूचना देने के साथ ही छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके को अवगत कराया। 
अनुसुइया ने तुरंत ही अपने राज्य के श्रम सचिव को मजदूरों की मदद के लिए जुटाया। यही नहीं अनुसुइया ने छिंदवाड़ा एसडीएम व तहसीलदार से भी मजदूरों के खान-पान और रहने की व्यवस्था के लिए चर्चा की। प्रशासन ने सभी को महर्षि विद्या मंदिर में ठहराया।   राज्यपाल की पहल पर अब मजदूरों को बस से बिलासपुर पहुंचाया जाएगा।   रात्रि में मजदूरों के लिए पहुंचे समाजसेवी अंजना त्रिपाठी, महेश किंथ, संदीप गुमास्ता और शुम्पा राय ने भोजन बच्चों के लिए दूध आदि की व्यवस्था कराई गई। जबकि शुक्रवार की सुबह राज्यपाल सुश्री उइके के निर्देशानुसार जोनल रेलवे सदस्य सत्येंद्र ठाकुर ने मौके पर पहुंचकर मजदूरों के लिए गुरुद्वारा समिति से भोजन की व्यवस्था कराई। उन्होंने मजदूरों को राज्यपाल सुश्री उइके द्वारा किए जा रहे प्रयासों से मजदूरों को अवगत कराया। नायब तहसीलदार विक्रम सिंह ने सभी को सेल्टर होम पहुंचाया। 
मजदूरों की व्यथा... छह दिन चले, जहां अंधेरा वहीं रात गुजारी
बिलासपुर के मजदूरों ने बताया कि वे पिछले 45 दिनों से होशंगाबाद में फंसे हुए थे। छह दिन चलकर वे छिंदवाड़ा पहुंचे। जहां रात होती वहीं सो जाते। रास्ते में उनकी न तो चैकिंग हुई और न ही किसी ने पूछताछ व मदद की। मजदूरों के साथ 6 महिलाएं और 5 छोटे बच्चे भी शामिल थे। जब उन्हें उनके राज्य की राज्यपाल द्वारा मदद किए जाने की बात पता चली तो खुशी होकर दुआ देने लगे। 
मजदूरों को चिल्पी सीमा तक छोड़ेगी यहां की बस
बिलासपुर के 25 मजदूरों को अब यहां से पैदल नहीं जाना पड़ेगा। राज्यपाल   के संज्ञान में आने के बाद छग के श्रम सचिव ने मप्र के श्रम विभाग के सचिव श्री केसरी से चर्चा की। बताया जा रहा है कि अब जिला प्रशासन मजदूरों को बस से छत्तीसगढ़ की सीमा चिल्पी तक ले जाकर छोड़ेगा। जबकि छग  सरकार उन्हें वहां से बिलासपुर जिले में उनके गांव हरदी तक पहुंचाएगी।
 

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