फार्म टू होम से जुड़े 50 किसान समूह, घर बैठे फल और सब्जी उपलब्ध
फार्म टू होम से जुड़े 50 किसान समूह, घर बैठे फल और सब्जी उपलब्ध
डिजिटल डेस्क, नागपुर। लॉकडाउन में घर से बाहर निकलना मना है। अत्यावश्यक वस्तुओं की खरीदी के लिए निकल भी सकते हैं, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने से कोरोना संक्रमण के चपेट में आने का खतरा है। इस संकट से बचने के लिए कृषि विभाग और मनपा ने मिलकर फार्म टू होम यानी खेत से सीधे ग्राहक तक फल और सब्जी होम डिलिवरी करने की पहल की है। इसे अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। इसे 50 किसान समूह जुड़े हैं। ग्राहकों को घर बैठे ताजी सब्जी और फल मिल रहे हैं। इस पद्धति में किसान और ग्राहक के बीच सीधे लेन-देन का व्यवहार होने से दोनों को लाभ मिल रहा है।
अस्थायी बाजार व्यवस्था फेल
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए देश लॉकडाउन किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सरकार अपील करती रही। भीड़ नियंत्रित नहीं होने पर महाराष्ट्र में कर्फ्यू लगाया गया। इसमें अत्यावश्यक सेवा को छूट दी गई थी। इसका फायदा उठाकर लोग सड़क पर निकलते रहे। सब्जी बाजारों में डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाती भीड़ के चलते कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ था। इसे नियंत्रित करने के लिए बड़े बाजार बंद कर दिए गए। शहर में जगह-जगह अस्थायी बाजार के प्रबंध कर भीड़ को विभाजीत करने का प्रयोग किया गया। वहां भी भीड़ लगने से अस्थायी बाजार व्यवस्था फेल रही। आखिरकार 5 अस्थायी बाजार बंद करने पड़े।
फार्म टू होम कारगर उपाय
सूचना व प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर फाम टू होम व्यवस्था की संकल्पना सामने आई। घरबैठे लोगों को फल और सब्जी पहुंचाने के लिए मनपा और कृषि विभाग ने मिलकर इस पद्धति को अमल में लाने की योजना बनाई। होम डिलिवरी के लिए किसानों के समूह से संपर्क कर इस व्यवस्था से जोड़ा गया। 50 किसान समूह ने सकारात्मक प्रतिसाद दिया। इच्छुक किसान समूह को जोड़कर होम डिलिवरी व्यवस्था शुरू की गई।