STF जवानों की हत्या में वांटेड ठोकिया गैंग का इनामी डकैत मुठभेड़ में गिरफ्तार

STF जवानों की हत्या में वांटेड ठोकिया गैंग का इनामी डकैत मुठभेड़ में गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-13 08:20 GMT
STF जवानों की हत्या में वांटेड ठोकिया गैंग का इनामी डकैत मुठभेड़ में गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क, सतना। पाठा के जंगलों में डेढ़ दशक तक सक्रिय रहे 15 हजार इनामी डकैत को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। दुर्दांत डकैत ठोकिया के साथ यूपी एसटीएफ के आधा दर्जन जवानों समेत 7 लोगों की हत्या में शामिल रहे गंगोलिया के पकड़े जाने से तराई के अपराधों की कई परतें खुलने की संभावना बन गई हैं। कर्बी एसपी मनोज झा ने बताया कि ठोकिया गैंग में शामिल रहे गंगा प्रसाद उर्फ गंगोलिया उर्फ पहलवान पुत्र सूरजदीन कोल उर्फ जुगनू निवासी गिदुरहा थाना मानिकपुर की तलाश बीते 8 सालों से चल रही थी, पर उसका सुराग नहीं मिल रहा था।

लगातार जारी प्रयासों के बीच मानिकपुर थाना प्रभारी केशव प्रसाद दुबे को मुखबिर से पुख्ता सूचना प्राप्त हुई कि गंगोलिया बुधवार तड़के मरवरिया दाई मंदिर में दर्शन करने शंकर तिराहे से होकर जाएगा। लिहाजा थाना प्रभारी ने अपनी टीम के साथ मंदिर के पीछे की झाड़ियों में पोजीशन ले ली। कुछ देर बाद उसी रास्ते से एक व्यक्ति आता दिखाई दिया, जिसकी पहचान मुखबिर द्वारा डकैत के रूप में की गई। पुलिस ने सरेंडर के लिए ललकारा तो उसने फायर खोल दिया। हालांकि सतर्क पुलिसकर्मियों ने झुक कर खुद को बचा लिया और जवाब में 3 फायर करते हुए डकैत को घेर लिया।

भागने का हर राता बंद हो जाने पर डकैत ने सरेंडर कर दिया। उसके कब्जे से 12 बोर का एक तमंचा, 3 जिंदा कारतूस व 3 खोखा बरामद किए गए। आईपीसी की धारा 307,504 के अलावा 12/14 डीएए एक्ट एवं 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत कायमी कर ली। 

मरते रहे सरगना,बचता रहा इंगोरिया
पकड़ में आए दुर्दांत डकैत ने पुलिस को बताया कि 19 वर्ष की आयु में ददुआ के खास साथी छोटा पटेल की गैंग में शामिल हो गया था। उसके मारे जाने पर कुछ समय तक भूमिगत रहा और फिर ठोकिया के साथ मिल गया। 27 जुलाई 2007 को शिवकुमार उर्फ ददुआ और ठोकिया के साथी मामा का एनकाउंटर कर यूपी एसटीएफ की टीम पर जब ठोकिया ने हमला किया था, तब गंगोलिया भी गैंग में शामिल था। उस मुठभेड़ में मुखबिर और एसटीएफ के 6 जवान मारे गए थे। बाद में ठोकिया जब मारा गया तो एक बार फिर गंगोलिया तराई से चम्पत हो गया। कुछ वर्ष बाद फिर से तराई का रुख कर बलखड़िया गिरोह में शामिल हो गया।

इस दफा 2 साल तक सक्रिय रहा और जब सरगना का खात्मा हो गया तो गैंग से अलग होकर फरारी काटने लगा। गंगोलिया पर यूपी पुलिस की तरफ से 15 हजार का इनाम घोषित किया गया था। उसके खिलाफ अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 10 गंभीर अपराध पंजीबद्ध हैं। यूपी पुलिस को उम्मीद है कि डकैत से पूछताछ में कई अहम राज खुल सकते हैं।  डकैत को पकडऩे वाली टीम में एसआई अनिल साहू, आरक्षक रहीश खान, हरेन्द्र कुमार, उत्तर सिंह, नरसिंह राव, सोनू सोनकर आदि शामिल रहे। पुलिस कप्तान ने इस टीम को अपनी तरफ से 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की है।
 

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