सरकार से जमीन अधिग्रहण का मुआवजा मांगने पेड़ पर चढ़ा शख्स

सरकार से जमीन अधिग्रहण का मुआवजा मांगने पेड़ पर चढ़ा शख्स

Anita Peddulwar
Update: 2017-12-13 08:53 GMT
सरकार से जमीन अधिग्रहण का मुआवजा मांगने पेड़ पर चढ़ा शख्स

डिजिटल डेस्क, भंडारा। किसानों की जमीन हस्तांतरित करने के बाद उसे उसका मुआवजा और परिवार से किसी भी एक व्यक्ति को नौकरी लगाने का नियम है लेकिन सरकार द्वारा इस तरह के मामलों की अक्सर अनदेखी की जाती है जिसके चलते कई बार लाभार्थियों की नौकरी के लिए आयु सीमा भी निकल जाती है। एक शख्स विनोद ढोरे सरकार के इसी रवैये से नाराज होकर बुधवार की सुबह कलेक्टर आफिस के सामने एक पेड़ पर चढ़ गया और उसने वहां से जान देने की चेतावनी दी।

25-25 वर्ष बीते, नहीं दिया मुआवजा

जानकारी के अनुसार भंडारा जिले के लाखांदुर तहसील के छोटे से गांव विरली बुजुर्ग का कुछ हिस्सा गोसीखुर्द प्रोजेक्ट के लिए हस्तांतरित किया गया है। लगभग 25-30 वर्ष पूर्व जब यह भूमि हस्तांतरित की गई थी तब यहां रहने वालों को मुआवजा और परिवार में से किसी एक को नौकरी देने का आश्वासन दिया गया।  इस प्रोजेक्ट में विनोद ढोरे की भी भूमि गई थी तब से वह लगातार नौकरी के लिए सरकारी कार्यालय के चक्कर लगा रहा है लेकिन उसे अब तक न ही नौकरी मिली और न ही मुआवजा।

नौकरी की उम्र भी निकली

इसी चक्कर में उसकी नौकरी की उम्र भी निकल गई हैै। अब भविष्य में उसे जीवनयापन की चिंता सता रही है। वर्तमान सरकार से भी उसने गुहार लगाई लेकिन यहां भी उसे जब न्याय मिलता नहीं दिखा तो उसने आज कलेक्टर आफिस के सामने पेड़ पर चढ़कर आत्महत्या की चेतावनी दी। विनोद के  विशालकाय पेड़ पर चढ़ने से कलेक्टर आफिस में सनसनी मच गई। उसे लोगों ने नीचे उतरने का आह्वान किया लेकिन वह अड़ा रहा। कहने लगा जब तक उसे खुद कोई बड़ा अधिकारी आकर आश्वासन नहीं देखा तब तक वह नीचे नहीं उतरेगा। लोगों ने कलेक्टर सुहास दिवसे को इसकी सूूचना दी। सुहास दिवसे ने मौके पर पहुंचकर विनोद ढोरे को समझाकर नीचे उतारा। कलेक्टर हिवसे ने उसे नौकरी तो नहीं लेकिन भूमि का मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है। 

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