जीआरपी थाने से आरोपी के भागने की खबर ने पुलिस को कठघरे में खड़ा किया

जीआरपी थाने से आरोपी के भागने की खबर ने पुलिस को कठघरे में खड़ा किया

Tejinder Singh
Update: 2019-02-10 11:56 GMT
जीआरपी थाने से आरोपी के भागने की खबर ने पुलिस को कठघरे में खड़ा किया

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर आ रही एक एक्सप्रेस गाड़ी में नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ करनेवाले आरोपी जीआरपी की गिरफ्त से फरार हो गया। देर रात तक रेलवे पुलिस आरोपी को ढूंढ़ती रही, लेकिन सफलता नहीं मिली। सूत्रों के अनुसार, जीआरपी की दो टीमें उसे ढूंढ़ रही हैं। आरोपी नागपुर का है, जो मुंबई में काम करता है। उसका मोबाइल लोकेशन नागपुर में कामठी के पास पाया गया है। दूसरी टीम, मुंबई गई है। हैरत यह है कि इस संदर्भ में जिम्मेदार अधिकारी अनजान नजर आए। यहां तक कि खबर की पुष्टि करने से भी परहेज करते रहे। सूत्रों के अनुसार, ट्रेन नंबर 12139 मुंबई-नागपुर सेवाग्राम एक्सप्रेस में एक स्लीपर बोगी में उक्त आरोपी व पीड़ित नाबालिग लड़की सफर कर रही थी। शेगांव के करीब आरोपी ने कंबल देने के बहाने नाबालिग से छेड़छाड़ की। विरोध करते हुए लड़की शोर मचाने लगी। यात्रियों ने आरोपी को पकड़ा और पिटाई के बाद रेलवे स्टॉफ को सौंप दिया। नागपुर रेलवे पुलिस को जानकारी दी गई। नागपुर में गाड़ी सुबह पहुंची तो आरोपी को जीआरपी थाने में रखा गया। सूत्रों के अनुसार, फरियादी का परिवार भी थाने पहुंचा। शिकायत के बाद आरोपी पर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गई। इस दौरान आरोपी को पहरेदार व महिला नायक पुलिस कॉन्स्टेबल के जिम्मे लगा दिया गया। किसी तरह आरोपी वहां से गायब हो गया। आरोपी के भागने की खबर पता चलते ही सुरक्षा व्यवस्था में खलबली मच गई थी। हालांकि पुलिस की तरफ से इस घटना की कोई पुष्टि नहीं की जा रही है। जिम्मेदार अधिकारी घटना से अनभिज्ञ पाए गए। आला अधिकारी कोई जानकारी देने से बचते रहे। यहां तक कि फोन भी उठाने की जहमत नहीं की। थानेदार वासुदेव डाबरे ने भी फोन नहीं उठाया और न ही एसएमएस का जवाब दिया।  

गांजा का पौधा बेचने निकले थे, पहुंचे हवालात

मादक पदार्थ विरोधी दस्ते ने एमआईडीसी थाना क्षेत्र में छापा मारकर दो साथियों को दबोच लिया, जबकि एक फरार है। वह गांजा का पेड बेचने निकले, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उन्हें हवालात पहुंचा दिया है। प्रकरण दर्ज कर उनसे लाखों रुपए का माल जब्त किया गया है। आरोपी चंदन हरेंद्र सिंह (28) और उसका मित्र बलराम गणेश लिल्हारे (26) दोनों भीम नगर, इसासनी निवासी मजदूरी करते हैं और इन्हें नशे की लत है। इनमें से फरार आरोपी ने अपने घर के बाथरूम में तीन गांजे के पौधे लगाए थे। अब वे साढ़े चार-पांच फीट के हो चुके हैं। आरोपियों ने गांजे के इन पौधों को काटकर मिनी मालवाहन (क्र.एमएच 31 डीएस 2331) में रखा और शुक्रवार को शहर से बाहर इसे बेचने निकल पड़े।  इस बीच मादक पदार्थ विरोधी दस्ते को भनक लग गई। पुलिस ने जाल बिछाकर चंदन और बलराम को दबोच लिया। तलाशी के दौरान उनके पास से 50 रुपए की नकदी, गांजे के पौधे व मालवाहक समेत कुल नौ लाख का माल जब्त किया गया है। गांजे का पौधा उगाकर बिक्री करने का संभावित यह पहला मामला है। इसमें तीसरा आरोपी बिहार गया हुआ है, हालांकि बताया जा रहा है कि वह अपनी बीमार पत्नी से मिलने गया हुआ है। उपायुक्त संभाजी कदम,सहायक उपायुक्त संजीव कांबले मार्गदर्शन में निरीक्षक राजू बहादुरे, सहायक निरीक्षक शशिकांत पाटील, प्रशंात चौगुले, वसंता चौरे, अविनाश तायडे, विनोद मेश्राम, नितीन रांगणे, राजेश टेनगुरिया, मनीष पराये आदि ने कार्रवाई में हिस्सा लिया।

फ्लैट खरीदी-बिक्री की आड़ में की गई ठगी

उधर फ्लैट खरीदी-बिक्री की आड़ में दंपति द्वारा एक व्यक्ति को ठगे जाने का मामला उजागर हुआ है। शुक्रवार को लकड़गंज थाने में आरोपी दंपति के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज िकया गया है। अभी तक िकसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। छापरू नगर निवासी गोविंद साजनानी (44) ने 4 नवंबर 2017 को गरोबा मैदान निवासी अशोक क्रिश्नानी और उसकी पत्नी निकिता अशोक क्रिश्नानी से बगड़गंज साईं शक्ति अपार्टमेंट स्थित उनके फ्लैट क्र. 301, 335 का सौदा किया। उसके बाद 1 लाख 21 हजार नकद और 16 लाख रुपए चेक द्वारा ऐसे कुल 17 लाख 21 हजार रुपए क्रिश्नानी दंपति को उसने दिए। इसके बावजूद गोविंद को फ्लैट की रिजस्ट्री करवाकर नहीं दी गई है, जबकी फ्लैट की पूरी रकम दी चुकी है। बाद में पता चला कि बेचा गया फ्लैट पहले से ही बैंक में गिरवी रखा हुआ है, क्योंकि सौदे के दौरान यह बात गोविंद से छुपाई गई है। इस तरह क्रिश्नानी दंपति ने धोखाधड़ी की है। मामला उजागर होने से थाने पहुंचा। जांच जारी है। 

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