गरीब रथ और दुरंतो एक्सप्रेस में कार्रवाई, रेल टिकट की कालाबाजारी का फंडाफोड़

गरीब रथ और दुरंतो एक्सप्रेस में कार्रवाई, रेल टिकट की कालाबाजारी का फंडाफोड़

Anita Peddulwar
Update: 2019-11-05 06:08 GMT
गरीब रथ और दुरंतो एक्सप्रेस में कार्रवाई, रेल टिकट की कालाबाजारी का फंडाफोड़

डिजिटल डेस्क, नागपुर। फर्जी आईडी पर रेल टिकट की कालाबाजारी करने वालों पर मध्य रेलवे नागपुर के वाणिज्य विभाग और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के आरपीएफ ने संयुक्त रूप से बड़ी कार्रवाई की है। कार्रवाई में गरीब रथ और दुरंतो एक्सप्रेस में जांच कर 104 यात्रियों को फर्जी आईडी पर सफर करते हुए पकड़ा गया है। इन यात्रियों से 1 लाख 17 हजार सौ रुपए जर्माना वसूला गया है। इस गोरखधंधे में करीब 10 दलालों के नाम सामने आए हैं। दलाल चार महीने पहले जैसे ही टिकट बुक कर लेते हैं और मोटी रकम लेकर टिकट के साथ फेंक आईडी उपलब्ध कराते हैं। यह  जानकारी दपूमरे मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडे ने प्रेसवार्ता में दी है।

4 महीने पहले ही बुक कर लेते हैं टिकट
टिकट कालाबाजारी रोकने के लिए आरपीएफ ने पीआरएस और बुकिंग काउंटर पर नजर रखी हुई थी। रविवार देर रात मध्य रेलवे नागपुर वाणिज्य विभाग के 4 टीटीई और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल के आरपीएफ ने संयुक्त रूप से गरीब रथ और दुरंतो एक्सप्रेस में कार्रवाई की। टिकट जांच में 104 यात्री फर्जी आईडी पर सफर करते हुए पाए गए। सभी से आईडी जब्त कर उनसे जुर्माने के रूप में 1,17,100 रुपए वसूले गए हैं। पता चला कि 12114 नागपुर-पुणे गरीब रथ एक्सप्रेस और 12290 दुरंतो एक्सप्रेस में 4 महीने पहले ही ओपनिंग टिकट बड़ी मात्रा में दलालाें ने बुक किए हैं। टिकट के पीएनआर की जांच करने पर पता चला कि यह सभी फर्जी नाम हैं। इन नामों पर यात्रा करने के लिए दलाल फर्जी पहचानपत्र भी बांट रहे हैं। 

दो टीम बनाई गई
कार्रवाई के लिए मंडल सुरक्षा आयुक्त आशुतोष पांडे के मार्गदर्शन में 2 टीम बनाई गई। 1 टीम को निरीक्षक जी.ए गरकल और टास्क टीम के प्रभारी मो. मोगिसुद्दीन के नेतृत्व में गरीब रथ ट्रेन में जांच की, जिसमें 44 यात्री पकड़े गए। इनसे 50 हजार 600 का जुर्माना वसूल गयाया। दूसरी टीम ने निरीक्षक एस. बी. पगारे उपनिरीक्षक उषा बिसेन के नेतृत्व में दुरंतो एक्सप्रेस में 60 यात्रियों को फेंक आईडी पर यात्रा करते हुए पकड़ा। इनसे 66 हजार 500 रुपए का जुर्माना वसूला गया। यात्रियों पर केवल बिना टिकट यात्रा करने की कार्रवाई की गई, क्योंकि यह पूरी योजना दलाल बनाते हैं। इसमें करीब 10 दलालों के नाम सामने आए हैं, जिन्हें पकड़ा जाएगा। 

जनवरी से नवंबर तक 67 कार्रवाई
दपूमरे नागपुर मंडल के आरपीएफ ने जनवरी से नवंबर तक कुल 67 आरोपियाें को गिरफ्तार कर कार्रवाई की है। इसमें 23 लाख 70 हजार 40 रुपए कीमत के  2751 टिकट जब्त किए हैं। इसी तरह की स्पेशल ड्राइव चलाकर आगे भी  कार्रवाई जारी रहेगी।

ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा
दलाल पहले से ही अन्य नामों पर टिकट बुक कर लेते हैं, जिनमें केवल पहला नाम लिखा जाता है। उदाहरण के तौर पर सुशील, मेघना और अन्य नामों का इस्तेमाल करते हैं। इसके बाद यदि कोई व्यक्ति टिकट की मांग करता है, तो पहले टिकट देकर जिस नाम से टिकट है उसका फर्जी पहचानपत्र भी देते हैं और यात्री को वही फर्जी पहचानपत्र दिखाने को कहते हैं। फर्जी पहचानपत्र बनाने में किसी भी आधार कार्ड में व्यक्ति का फोटो और नाम में फेरबदल करते हैं। इसमें जिस भी नाम और फोटो से आप पहचानपत्र चाहते हैं, वह बना लेते हैं। इसमें जेरॉक्स दुकानों के भी शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।

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