220 शिक्षकों पर होगी कार्रवाई, बीएलओ का काम करने से किया था इंकार

220 शिक्षकों पर होगी कार्रवाई, बीएलओ का काम करने से किया था इंकार

Anita Peddulwar
Update: 2020-02-07 07:02 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, नागपुर। वोटर लिस्ट अपडेट कार्य के लिए निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार शिक्षकों की बतौर बीएलओ  (ब्लॉक लेवल आफिसर) नियुक्ति की गई। कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर फौजदारी कार्रवाई के तहत मामला दर्ज करने की शिकायत तहसील प्रशासन की ओर से हिंगना पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई। इससे तहसील के लगभग 220 शिक्षकों पर फौजदारी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।

निर्वाचन आयोग, दिल्ली व राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची अपडेट कार्य बीएलओं के मार्फत किए जाने के आदेश जारी किया गया था। इसके बाद तहसीलदार संतोष खंडारे द्वारा तहसील के करीब 220 शिक्षकांे की नियुक्ति की गई। इस कार्य के लिए कुछ महीने पूर्व तहसील कार्यालय में प्रशिक्षण कार्यशाला भी आयोजित की गई, लेकिन बीएलओ का कार्य करने से विरोध दर्शाते हुए शिक्षक कार्यशाला में भी नहीं पहुंचे थे। शिक्षकाें द्वारा बीएलओ का कार्य नहीं करने संबंधित निवेदन भी प्रशासन को दिया गया था।

तहसील प्रशासन दुविधा में
 हिंगना तहसील में सिर्फ 15 से 20 शिक्षकों ने ही बीएलओ का कार्य शुरू किया है। मतदाता सूची में नाम में बदलाव, नए मतदाताओं का नामाकंन, मतदाता की पहचान जैसे कई कार्यों का समावेश बीएलओ को करना है। अब राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से बीएलओ के कार्य का जायजा लेते हुए तहसील प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। बीएलओ का कार्य ठंडे बस्ते में होने से अब क्या रिपोर्ट पेश करे, तहसील प्रशासन इसी दुविधा में उलझा हुआ है। तहसीलदार संतोष खंडारे के निर्देश पर नायाब तहसीलदार ने बीएलओ के कार्य से इनकार करनेवाले शिक्षकों पर जनप्रतिनिधि अधिनियम-1950 की धारा 32 व भादंवि की धारा 187,188 के तहत फौजदारी मामला दर्ज करने की शिकायत दी है। हिंगना पुलिस ने उक्त शिक्षकों पर मामला दर्ज किया। आगे की जांच पुलिस उपनिरीक्षक मल्हारी डोईफोड़े कर रहे हैं।
 

Tags:    

Similar News