लॉकडाउन हटने के बाद मुंबई में बेतहाशा बढ़े अपराध, चोरी-लूटपाट-जबरन वसूली में भारी इजाफा
क्राइम का बढ़ता ग्राफ लॉकडाउन हटने के बाद मुंबई में बेतहाशा बढ़े अपराध, चोरी-लूटपाट-जबरन वसूली में भारी इजाफा
डिजिटल डेस्क, मुंबई, दुष्यंत मिश्र। कोरोना संक्रमण के चलते लगा लॉकडाउन घटा तो लोगों ने राहत की सांस तो ली ही आंकड़े बताते हैं कि चोर, लुटेरों के भी दिन लौट आए। इस साल मुंबई में चोरी, लूटपाट, छिनैती जैसे अपराध बेतहाशा बढ़े हैं। मुंबई पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक इस साल के पहले पांच महीनों में महानगर में चोरी की 7901 वारदातें दर्ज हुईं हैं जबकि साल 2021 के पहले पांच महीनों में मुंबई में 1690 वारदातें ही दर्ज हुईं थीं। यानी पिछले साल के मुकाबले इस साल के पहले पांच महीने में चोरी की 6211 ज्यादा वारदातें हुईं हैं। यही नहीं साल 2021 में चोरी की कुल 4534 वारदातें सामने आई थीं यानी साल के पहले पांच महीनों में ही पिछले साल से करीब दो गुनी ज्यादा चोरियां हो चुकीं हैं। हैरानी की बात है कि इस दौरान अपराध सुलझने की दर भी पिछले साल के 37 फीसदी से घटकर मौजूदा साल में 13 फीसदी रह गई है। साल के पहले पांच महीनों में मुंबई में डकैती की भी 455 वारदातें हो चुकीं हैं जबकि पिछले साल के पहले पांच महीनों में यह आंकड़ा 300 था। लॉकडाउन में चेन स्नेचिंग के मामलों में भी कमी आई थी लेकिन इस साल वारदातें बढ़ गईं हैं। इस साल चेन स्नेचिंग के 97 मामले दर्ज किए जा चुके हैं जबकि पिछले साल के पहले पांच महीनों में चेन स्नैचिंग के 48 मामले दर्ज किए गए थे। इसके अलावा महानगर में दंगे और मारपीट के मामलों में भी काफी इजाफा हुआ है। इसके अलावा महिलाओं के खिलाफ भी पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा अपराध हुए हैं। छेड़छाड़ के मामले पिछले साल के 660 के मुकाबले इस साल 1106 तक पहुंच गए हैं। दुष्कर्म के मामले भी पिछले साल की तुलना में बढ़े हैं। लॉकडाइन में वाहन चोरी के मामले बढ़े थे लेकिन अब इनमें कुछ कमी आई है।
कोरोना संक्रमण से जुड़ी सभी तरह की पाबंदिया खत्म होने चलते महानगर में होने वाले अपराध बढ़े हैं। पुलिस अपराधों पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश कर रही है-बालसिंग राजपूत, पुलिस उपायुक्त व प्रवक्ता मुंबई पुलिस
लॉकडाउन हटा अपराध बढ़ा
अपराध 2022 (मई तक) 2021 2020 2019
चोरी 7901 4534 3433 5888
लूटपाट 455 749 614 987
चेन स्नेचिंग 97 149 139 157
जबरन वसूली 125 280 204 253
मारपीट 2095 4262 3808 4372