सावधान ! आर्सेनिक पानी बढ़ा रहा कैंसर का खतरा

सावधान ! आर्सेनिक पानी बढ़ा रहा कैंसर का खतरा

Bhaskar Hindi
Update: 2017-08-02 17:51 GMT
सावधान ! आर्सेनिक पानी बढ़ा रहा कैंसर का खतरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आर्सेनिक युक्त पानी आपके और आपके परिवार के लिए कैंसर का कारण हो सकता है। जी हां पानी में यदि आर्सेनिक की मात्रा ज्यादा होने से किडनी, फेफड़े, लीवर सहित त्वचा कैंसर की घटनाएं बढ़ रही हैं। ये हम नहीं बल्कि न्यूरोसर्जन डॉ. चंद्रशेखर मेश्राम कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सब्जी उगाने वाले किसान और अन्य खाद्य पदार्थों से संबंधित चीजों को पैदा करने वाले इस पानी का उपयोग करते हैं, जो नुकसानदायक है।

डॉ. मेश्राम वर्ल्ड ब्रेन-डे एवं ट्रॉपिकल न्यूरोलॉजी सप्ताह के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अर्जेंटीना, बांग्लादेश, अमेरिका, चीन, यूके के साथ ही भारत के छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तरप्रदेश, मणिपुर, असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड राज्यों में आर्सेनिक पानी का उपयोग ज्यादा होता है। इस वजह से वहां के 30-40 फीसदी लोग बीमारियों से ग्रस्त हैं।

पश्चिम बंगाल में पीने का पानी ट्यूबवैल में काफी नीचे से आता है, जिससे एक लीटर पानी में 34000 माइक्रोग्राम तक आर्सेनिक होते हैं। आर्सेनिक क्रोनिक एक्सपोजर से त्वचा का कैंसर, किडनी, फेफड़े, गुदा का खराब होना, एनीमिया व पेरीफेरल वास्कुलर डिसीज होने का कारण बनता है। कैंसर पर अनुसंधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी ने आर्सेनिक व आर्सेनिक यौगिकों को मानव के लिए वर्गीकृत किया है।

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