जेल में रहकर कैदियों में निखरा टैलेंट,बनाए बेजोड़ घरेलू सामान

जेल में रहकर कैदियों में निखरा टैलेंट,बनाए बेजोड़ घरेलू सामान

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-14 12:53 GMT
जेल में रहकर कैदियों में निखरा टैलेंट,बनाए बेजोड़ घरेलू सामान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। टैलेंट को कोई दीवार रोक नहीं सकती यह एक बार फिर सामने आया। जेल में कैद कैदियों ने एक से बढ़कर एक कलाकृति तैयार की जिसकी प्रदर्शनी में लोगों की अच्छी-खासी भीड़ उमड़ रही है। जेल में बंद कैदियों के हाथों इस बार भी जेल के कारखानों में बनी घरेलू वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई। इसका उद्घाटन जेल डीआईजी योगेश देसाई के हाथों किया गया।

देसाई ने कहा कि मध्यवर्ती कारागृह के कैदियों ने एक से बढ़कर एक घरेलू वस्तुएं तैयार की हैं। उनके हाथों से बनी साड़ियां, दरियां (चटाई), फर्नीचर की वस्तुएं मन मोह लेती हैं। इन वस्तुओं को देखने के बाद मन में यह ख्याल ही नहीं आ सकता है कि इसे किसी सुलझे हुए व्यक्ति ने तैयार नहीं किया है। कैदियों द्वारा बनाई गई वस्तुएं नागरिकों तक पहुंचे। इस उद्देश्य को ध्यान में रखकर उनके हाथों की बनी वस्तुओं की प्रदर्शनी का आयोजन हर वर्ष किया जाता है। दिवाली के मौसम को देखते हुए इस बार इस  प्रदर्शनी में कैदियों के हाथों से बनी रंग-बिरंगी दीवाली के दीप, कपडे, टॉवेल, साड़ियां, चटाइयां, लकड़ी व लोहे से बनी वस्तुआें को बिक्री के लिए रखा गया है। बिक्री केंद्र सुबह 9 से रात 8 बजे तक शुरू रखा जाएगा। जेल की महिला अधीक्षक रानी भोसले सहित अन्य कई अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

कैदियों के हाथों में कमाल का हुनर 

जेल डीआईजी देसाई ने कहा कि जाने-अंजाने में जिनके हाथों से अपराध हो गया है, उन्हें पछतावा तो होता होगा, लेकिन प्रदर्शनी में रखी गई वस्तुओं को देखने के बाद यही कह सकते हैं कि कैदियों के हाथों में भी कमाल का हुनर है। यह हुनर इनके लिए जेल से बाहर जाने पर रोजी-रोटी का जरिया बन सकता है। 
उन्होंने कहा कि जेल में कैदियों को हर तरह का कार्य सीखाया जाता है, ताकि वह जेल से बाहर निकलने के बाद अपने और अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम कर सकें। नागपुर के अलावा विदर्भ के अन्य कई जेलों में इस तरह से कैदियों के हाथों से बनी वस्तुओं को बिक्री केलिए प्रदर्शनी में रखा जाता है। इससे मिलने वाली रकम कैदियों के हितार्थ जेल प्रशासन जरूरत के मुताबिक खर्च करता है।

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