ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से कोंढाली में सप्लाई हो रहा खराब पानी

ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से कोंढाली में सप्लाई हो रहा खराब पानी

Tejinder Singh
Update: 2018-05-06 10:29 GMT
ट्रीटमेंट प्लांट बंद होने से कोंढाली में सप्लाई हो रहा खराब पानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्रापं कोंढाली में जलशुद्धिकरण केंद्र संयंत्र विगत कई दिनों से बंद पड़ा है। इससे गांव में हो रही जलापूर्ति की शुद्धता पर प्रश्नचिह्न लग रहा है। वहीं जलापूर्ति के लिए रखा गया अतिरिक्त पंप खराब पड़ा है। ऐसे में यदि कार्यरत पंप बिगड़ने पर कोंढालीवासियों को भयंकर पेयजल संकट का सामना करना पड़  सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोंढाली ग्रापं के उपसरपंच एड. ललित मोहन कालबांडे, ग्रापं  सदस्य स्वप्निलसिंह व्यास, पूर्व उपसभापति  योगेश गोतमारे ने बताया कि, कोंढाली में जाम मध्यम प्रकल्प से जलापूर्ति होती है। जिसे पूरी तरह शुद्ध किए बिना ही जलापूर्ति किए जाने की जानकारी हमारे संवाददाता  को दी। 

संयंत्र उपकरण बंद, दूषित जलापूर्ति से स्वास्थ्य खतरे में 
केंद्र का जलशुध्दिकरण संयंत्र  बंद पड़ा है तथा पानी साफ करने के लिए उपयोग मंे लाया जाने वाला पावडर यहां बनी छोटी-छोटी टंकियों मेें नाममात्र पावडर मिलाकर  प्रतिदिन अंदाजन 10 लाख लीटर पेयजल मंे मिलाने का दिखावा किया जा रहा है। पानी साफ करने उपयोग में लाए जाने वाले दो क्लोरिन सिलेंडर बंद तथा दो बिजली पंप में से एक पंप खराब हो चुका है। ब्लोर मशीन बंद, जल वितरण संयंत्र की दीवारों पर शैवाल की परत दिखाई दे रही है। तकरीबन 10 करोड़ की लागत से बनने जा रही कोंढाली की पेयजलापूर्ति योजना जो अब तक अपूर्ण है। इतना ही नहीं तो मंजूर निर्माण निधि खर्च हो चुकी है और पेयजल योजना अब तक अपूर्ण अवस्था में पड़ी है।  कोंढाली को  एक वर्ष तक टेस्टिंग ट्रायल के माध्यम से जलापूर्ति की जा रही है। 

ये है मामला 
जलशुद्धिकरण संयंत्र बंद अवस्था में होने से कोंढालीवासियों को अशुद्ध जल ही वितरण किए जाने की जानकारी उजागर हुई है। निर्माण निधि खर्च होने के बाद अधूरी योजना को ग्रापं को हस्तांतरित करने जीवन प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा प्रक्रिया के लिए ग्रामपंचायत के विद्यमान पदाधिकारी तथा नगर के ज्येष्ठ नागरिकों की बैठक भी ली गई है। लेकिन ग्रापं पदाधिकारियों द्वारा अपूर्ण योजना का हस्तांतरण  नहीं लिया गया। अपूर्ण व बंद पड़े संयंत्र से कोंढाली में दूषित जलापूर्ति होने की जानकारी उपसरपंच ललित मोहन कालबांडे, ग्रापं सदस्य स्वप्निल व्यास, ग्रापं पेयजल तकनीकी कर्मचारी नागेश  गौरखेड़े द्वारा संयंत्र स्थल  का जायजा लेने के बाद दी गई। विकास नगर में अब तक मुख्य पाइप लाइन नहीं बिछाई गई। 

पालकमंत्री, विधायक से चर्चा का भी लाभ नहीं 
कोंढाली के जलापूर्ति को लेकर  पालक मंत्री  चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक डा. आशीष देशमुख द्वारा जीवन प्राधिकरण के अधिकारी तथा कोंढाली सरपंच वृषाली माकोडे व अन्य सदस्यों के साथ अनेक बैठकों का आयोजन करने पर भी अब तक  योजना अपूर्ण है, लेकिन मंजूर निधि पूर्ण खर्च होने की जानकारी दी गई है। तकनीकी खामियां सुधारने न ठेकेदार और न ही प्राधिकरण की ओर से फंड मंजूर किया गया। ऐसे में नागरिकों को दूषित जलापूर्ति का सामना करना पड़ सकता है। 

ग्रापं अपने स्तर पर कर रहा पहल 
दिलीपसिंह राठोड़, ग्रामविकास अधिकारी के मुताबिक संयंत्र अपूर्ण व बंद अवस्था मेंं होने से ग्रापं ने हस्तांतरण नहीं लिया। स्वच्छ पेयजलापूर्ति के लिए ग्रापं स्वयं के खर्च पर प्रयास कर रहा है। जबकि यह जिम्मेदारी जीवन प्राधिकरण की है। प्राधिकरण व ठेकेदार की अनदेखी के चलते अनेक वार्डों में दूषित जलापूर्ति की शिकायत मिल रही है। 

मरम्मत निधि मंजूर नहीं होने से संयंत्र बंद 
पी.के.सुुरे, तकनीकी अधिकारी, जीवन प्राधिकरण के मुताबिक कोंढाली के फिल्टर प्लांट के क्लोरिन सिलेंडर, ब्लोर मशीन,   एक स्टैंड बाय पंप बंद पड़े है। इन्हें सुधारनेे के लिए संबधित ठेकेदार को पत्राचार द्वारा लिखित सूचना दी गई, लेकिन ठेकेदार ने ध्यान नहीं दिया। साथ ही प्राधिकरण के सामान्य तथा तकनीकी विभाग के अधीक्षक अभियंता से लेकर उपविभागीय अभियंता को लिखित में जानकारी दी गई है। अब तक दुरुस्ती निधी मंजूर नही होने मरम्मत नहीं हो पाई। 

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