वंचित आघाडी के 37 सीटों पर उम्मीदवार घोषित, नागपुर में तलाश बाकी, आंबेडकर ने औरंगाबाद सीट कांग्रेस को मुश्किल में डाला

वंचित आघाडी के 37 सीटों पर उम्मीदवार घोषित, नागपुर में तलाश बाकी, आंबेडकर ने औरंगाबाद सीट कांग्रेस को मुश्किल में डाला

Tejinder Singh
Update: 2019-03-15 16:38 GMT
वंचित आघाडी के 37 सीटों पर उम्मीदवार घोषित, नागपुर में तलाश बाकी, आंबेडकर ने औरंगाबाद सीट कांग्रेस को मुश्किल में डाला

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन से गठबंधन नहीं होने के बाद आखिरकार वंचित बहुजन आघाडी ने लोकसभा चुनाव के लिए 37 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। शुक्रवार को वंचित बहुजन आघाडी का नेतृत्व कर रहे प्रकाश आंबेडकर ने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया। इस मौके पर एमआईएम के विधायक वारिस पठान भी मौजूद थे। वंचित बहुजन आघाडी की पहली सूची में अकोला और सोलापुर सीट के उम्मीदवार का नाम नहीं है। इससे आंबेडकर किस सीट से चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर सस्पेंस बना हुआ है। पत्रकारों से बातचीत में आंबेडकर ने कहा कि बाकी उम्मीदवारों की सूची अगले चार दिनों में जारी कर दी जाएगी। उम्मीदवारों में धनगर समाज के 6, बौद्ध समाज के 4, मुस्लिम समाज के 2, कुनबी समाज के दो व मराठा समाज एक, माली समाज के 3, कोली समाज, माना आदिवासी समाज, आगरी समाज, मातंग समाज, धिवर समाज के, वंडार समाज, होलार समाज व लिगायंत समाज के एक-एक उम्मीदवार हैं। इसके अलावा वंजारी समाज के 3, विश्वकर्मा समाज के 3, शिंपी समाज के 1 और भिल्ल समाज के 2 उम्मीदवार खड़े किए हैं। आंबेडकर ने कहा कि हमने समाज के वंचित घटकों को उम्मीदवारी दी है। जाति देखकर उम्मीदवारी नहीं दी गई है। हम परिवारवाद और जातिय वर्चस्व की राजनीति को खत्म करने की कोशिश में हैं। यदि कुछ सीटों पर हम चुनाव जीत गए तो सभी दलों को हमारे फार्मूले को अपनाना पड़ेगा। 

पहले चरण के चुनाव के लिए उम्मीदवार 

वंचित बहुजन आघाडी ने रामटेक सीट से किरण रोडगे-पाटनकर, वर्धा सीट से धनराज वंजारी, भंडारा-गोंदिया सीट से एन के नान्हे, गडचिरोली-चिमूर सीट से डॉ. रमेश गडबे, चंद्रपुर सीट से राजेंद्र महाडोले, यवतमाल-वाशिम सीट से प्रो. प्रवीण पवार को उम्मीदवारी है। नागपुर सीट से उम्मीदवार की घोषणा अभी नहीं की गई है। 

दूसरे चरण के चुनाव के लिए उम्मीदवार

बुलढाणा सीट से बलीराम सिरस्कार, अमरावती सीट से गुणवंत देवपारे, हिंगोली सीट से मोहन राठोड, नांदेड़ सीट से प्रा. यशपाल भिंगे, परभणी सीट से आलमगीर अखिल मोहम्मद खान, बीड़ सीट से प्रा. विष्णु जाधव, उस्मानाबाद सीट से अर्जुन सलगर और लातूर सीट से राम गारकर को उम्मीदवार बनाया गया है। 

तीसरे चरण के चुनाव के लिए उम्मीदवार 

जलगांव सीट से अंजली रत्नाकर बावीस्कर, रावेर सीट से नितीन कांडेलकर, जालना सीट से डॉ. शरदचंद्र वानखेडे, रायगड सीट से सुमन कोली, पुणे सीट से अनिल जाधव, बारामती सीट से नवनाथ पडलकर, माढा सीट से विजय मोरे, सांगली सीट से जयसिंग शेंडगे, सातारा सीट से सहदेव एवले, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग सीट से मारुती जोशी, कोल्हापुर सीट से डॉ. अरुणा गवली, हातकंणगले सीट से अस्लम बादशाहजी सैय्यद को उम्मीदवार बनाया गया है। 

चौथे चरण के चुनाव के लिए उम्मीदवार 

नंदूरबार सीट से दाजमल मोरे, दिंडोरी सीट से बापू बर्डे, नाशिक सीट से पवन पवार, पालघर सीट से सुरेश पडवी, भिवंडी सीट से डॉ. ए. डी. सावंत, ठाणे सीट से मल्लिकार्जुन पुजारी, शिर्डी सीट से डॉ. अरूण साबेले व मावल सीट से राजाराम पाटील, दक्षिण मुंबई सीट से डॉ. अनिल कुमार, दक्षिण मध्य-मुंबई से डॉ. संजय भोसले और उत्तर-पूर्व मुंबई से संभाजी शिवाजी काशीद उम्मीदवार बनाए गए हैं। 

औरंगाबाद में कोलसे पाटील को समर्थन दे कांग्रेसः प्रकाश 

इसके अलावा प्रकाश आंबेडकर ने अपने दांव से औरंगाबाद लोकसभा सीट पर कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है। औरंगाबाद सीट के लिए वंचित बहुजन आघाडी ने जनता देल सेक्युलर (जेडीएस) से हाथ मिलाया है। औरंगाबाद सीट पर वंचित बहुजन आघाडी हाईकोर्ट के सेवानिवृत जज बीजी कोलसे पाटिल का समर्थन करेगी। अब आंबेडकर कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन की दुहाई देकर पार्टी से औरंगाबाद सीट के लिए पाटिल को समर्थन देने की मांग की है। शुक्रवार को आंबेडकर ने कहा कि औरंगाबाद में कांग्रेस के पास उम्मीदवार नहीं है। जेडीएस से पाटील उम्मीदवार होंगे। इसलिए यदि महागठबंधन पाटील का समर्थन करेगा तो कांग्रेस की इज्जत बच जाएगी। वैसे भी कांग्रेस कर्नाटक में जेडीएस के साथ मिलकर सरकार चला रही है। कांग्रेस ने जेडीएस के साथ लोकसभा चुनाव के लिए कर्नाटक की सीटों पर समझौता भी कर लिया है। हालांकि कांग्रेस औरंगाबाद सीट से विधान परिषद सदस्य सुभाष झांबड को लड़ाने की तैयारी में है।   

विधायक जलिल को पब्लिसिटी रोग

आंबेडकर ने कहा कि औरंगाबाद सीट को लेकर जेडीएस और एमआईएम के बीच का विवाद सुलझ जाएगा। एमआईएम लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। विधानसभा चुनाव में एमआईएम की मांग के अनुसार सीटें दी जाएंगी। इससे पहले औरंगाबाद सीट से एमआईएम के विधायक इम्तियाज जलिल ने दावा किया था कि औरंगाबाद लोकसभा सीट से मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं। इस पर आंबेडकर ने कहा कि राजनीति में कई तरह के रोग होते हैं। उसमें से पब्लिसिटी एक है। 

नागपुर में मैच फिक्सिंग, पटोले को समर्थन नहीं 

आंबेडकर ने कहा कि नागपुर सीट पर कांग्रेस की तरफ से नाना पटोले को उम्मीदवार बनाने के बाद से वहां पर गली-गली में चर्चा है कि मैच फिक्सिंग हुई है, क्योंकि पटोले की छवि बहुत अच्छी नहीं है। आंबेडकर ने कहा कि हम किसी भी स्थिति में नागपुर में पटोले को समर्थन नहीं देंगे। इससे पहले पटोले ने दावा किया था कि उनको आंबेडकर का समर्थन मिल जाएगा। 

रामटेक में गायिका पाटनकर होगी वंचित आघाड़ी उम्मीदवार

वंचित बहुजन आघाड़ी से पूर्व नगरसेवक व गायिका किरण पाटनकर रामटेक लोकसभा क्षेत्र में आघाड़ी की उम्मीदवार होगी। नागपुर के लिए नाम की घोषणा नहीं की गई है। वर्धा में धनराज वंजारी, भंडारा-गोंदिया एन.के नान्हे,गडचिरोली चिमूर डा.रमेश गजबे,चंद्रपुर राजेंद्र महाडोले, यवतमाल-वाशिम प्रवीण पवार, बुलढाणा बलीराम सिरस्कर, अमरावती में गुणवंत देवपारे उम्मीदवार होंगे। प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व में वंचित बहुजन आघाड़ी ने कांग्रेस व राकांपा से गठबंधन नहीं करते हुए अलग से चुनाव लड़ने की घोषणा की है। नागपुर में भी आघाड़ी की ओर से उम्मीदवार उतारने को कहा गया है। रामटेक से उम्मीदवार किरण पाटनकर 2017 के मनपा चुनाव में पराजित हो गई थी। 

कांग्रेस के वासनिक रहेंगे उम्मीदवार

रामटेक लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के मुकुल वासनिक उम्मीदवार रहेंगे। 2014 के चुनाव में शिवसेना के कृपाल तुमाने ने उन्हें पराजित किया था। इस बार शिवसेना भाजपा गठबंधन की ओर से तुमाने को ही मैदान में उतारने की तैयारी चल रही है। अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित रामटेक क्षेत्र में बौद्धिस्ट व गैरबौद्धिस्ट दलित का मामला भी चर्चा में रहा है। तुमाने गैरबौद्धिस्ट दलित वर्ग से हैं। प्रधानमंत्री रहे पी.वी नरसिम्हाराव इस क्षेत्र से दो बार लोकसभा सदस्य चुने गए थे। नागपुर के भोंसले परिवार का भी यहां दबदबा रहा। रानी चित्रलेखा भोंसले व राजा भाेंसले भी यहां से लोकसभा सदस्य रहे हैं। 

चुनौती पर रहेगी नजर

डॉ.बाबासाहब आंबेडकर के प्रपौत्र प्रकाश आंबेडकर इस बार वंचित बहुजन आघाडी के माध्यम से राजनीति में नई ताकत दिखाने का प्रयास कर रहे है। उनके साथ मुस्लिम नेता कहलाने वाले एएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी है। रामटेक क्षेत्र में बौद्धिस्ट दलित समाज के मतदाताओं की संख्या अन्य समाज की तुलना में कम है। कामठी, उमरेड जैसे विधानसभा क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो शेष विधानसभा क्षेत्रों में अन्य समाज के मतदाताओं की संख्या अधिक है। यह अवश्य है कि क्षेत्र से बाबासाहब आंबेडकर का इतिहास जुड़ा है। डॉ.आंबेडकर के नाम पर जय भीम का नारा कामठी से उठा था। उनसे संबंधित वस्तु संग्रहालय चिचोली इसी क्षेत्र में आता है। किरण पाटनकर कव्वाल रही है। बाद में उनकी पहचान भीम गीत गायिका की बनी। 

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