भीमा कोरेगांव में सभाओं को मिली मंजूरी, जिन पर मामले दर्ज उनके प्रवेश पर पाबंदी
भीमा कोरेगांव में सभाओं को मिली मंजूरी, जिन पर मामले दर्ज उनके प्रवेश पर पाबंदी
डिजिटल डेस्क, पुणे। भीमा कोरगांव स्थित विजयस्तंभ परिसर में सभाएं लेने के लिए अलग-अलग संगठनों को मंजूरी दी गई है। एहतियात के तौर पर जिन पर दंगे भड़काने के मामले दर्ज किए गए हैं, उन्हें 1 जनवरी 2019 को जिले में आने पर पाबंदी लगाई गई है। ऐसी जानकारी जिला ग्रामीण पुलिस अधीक्षक संदीप पाटील ने शुक्रवार को दी। बता दें कि 1 जनवरी 2018 को भीमा कोरेगांव में दो समाज के गुटों में दंगे हुए थे। जिसमें एक युवक को जान गवानी पड़ी थी। इस घटना की पृष्ठभूमि पर राज्य सरकार और जिला प्रशासन काफी एहतियात बरत रही है। 12 जनवरी 2019 तक विजयस्तंभ परिसर का कब्जा राज्य सरकार को सौंपा गया है।
1 जनवरी को होने जा रहे कार्यक्रम के लिए 29 दिसंबर से ही पुलिस बंदोबस्त किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक पाटील ने बताया कि शनिवार से दस गुना पुलिस का बंदोबस्त तैनात किया जाएगा। भीमा कोरेगांव, विजयस्तंभ परिसर, लोणीकंद, पेरणे, वढु बुद्रुक, सणसवाड़ी तथा शिक्रापुर में 1 जनवरी को इंटरनेट पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। सोशल मीडिया पर अफवाएं न फैलें, इसलिए पुलिस का सायबर सेल पैनी नजर रखेगा। इसके अलावा जिन लोगों पर दंगों को लेकर मामले दर्ज हैं, उन्हें जिले में आने से पाबंदी लगाई गई है।
11 ड्रोन कैमरों के जरिए पूरे परिसर में बारीकी से नजर रखी जाएगी। पाटील ने बताया कि सभाओं के आयोजन को लेकर जिन जिन संगठनों के आवेदन आए थे, उन्हें मंजूरी दे दी गई है। विजयस्तंभ परिसर के पांच मैदानों पर कई संगठनों की सभाएं होंगी। उनमें आनंदराज आंबेडकर, रामदास आठवले, जोगेंद्र कवाड़ की सभाओं का समावेश है।