बीएमसी में शिवसेना के सामने भाजपा ने नहीं खड़ा किया उम्मीदवार, कांग्रेस-राकांपा भी चुनाव से बाहर

बीएमसी में शिवसेना के सामने भाजपा ने नहीं खड़ा किया उम्मीदवार, कांग्रेस-राकांपा भी चुनाव से बाहर

Tejinder Singh
Update: 2019-11-18 14:42 GMT
बीएमसी में शिवसेना के सामने भाजपा ने नहीं खड़ा किया उम्मीदवार, कांग्रेस-राकांपा भी चुनाव से बाहर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भाजपा-शिवसेना युति टूटने के बाद भी भाजपा ने देश की सबसे समृद्धिशाली महानगर पालिका मुंबई मनपा (बीएमसी) के महापौर चुनाव में सेना के सामने उम्मीदवार नहीं खड़ा करने का फैसला किया है। सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन शिवसेना की तरफ स किशोरी पेडनेकर ने नामांकन भरा। किशोरी महापौर विश्वनाथ म्हाडेश्वनर का स्थान लेंगी। कांग्रेस-राकांपा के भी उम्मीदवार खड़े न करने से अब फिर से शिवसेना का महापौर बनना तय हो गया है।  

2017 में हुए बीएमसी चुनाव में भाजपा-शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़े थे। लेकिन बाद में भाजपा ने शिवसेना को समर्थन दे दिया था। 227 सदस्यों वाली बीएमसी में शिवसेना के 94 और भाजपा के 83 नगरसेवक हैं। विधानसभा चुनाव के बाद दोनों मित्र दलों के बीच आई तल्खी के बाद आए महापौर चुनाव में भाजपा ने शिवसेना के सामने उम्मीदवार खड़े करने से परहेज किया है। भाजपा सांसद व बीएमसी में भाजपा के गट नेता मनोज कोटक ने कहा कि महापौर चुनाव के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या बल नहीं है। उन्होंने कहा कि मुंबई मनपा में भाजपा पहरेदार की भूमिका में रहेगी। 

शिवसेना नगरसेविका किशोरी पेंडेकर का मुंबई की महापौर बनना तय हो गया है। आगामी 22 नवंबर को इसकी औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी। भाजपा के अलावा विपक्षी पार्टी कांग्रेस और राष्ट्रवादी पार्टी  ने इस चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे जिससे शिवसेना उम्मीदवार पेंडेकर निर्विरोध महापौर बनेंगी। वहीं पहली बार नगरसेवक बने सुहास वाडकर उपमहापौर बनेंगे। पेंडेकर मुंबई की  77 वीं महापौर होंगी। पेंडकर आदित्य ठाकरे के विधानसभा क्षेत्र वर्ली से नगरसेविका हैं। 
 
 

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