पुरानी रंजिश पर करौंदी में खूनी संघर्ष, एक की मौत-आधा दर्जन घायल

पुरानी रंजिश पर करौंदी में खूनी संघर्ष, एक की मौत-आधा दर्जन घायल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-21 08:15 GMT
पुरानी रंजिश पर करौंदी में खूनी संघर्ष, एक की मौत-आधा दर्जन घायल

डिजिटल डेस्क सतना। नादन -देहात थाना अंतर्गत करौंदी दुबे गांव में पुरानी रंजिश पर गुरुवार रात को दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष मेंं एक व्यक्ति की जान चली गई।जबकि आधा दर्जन घायल हो गए जिनमें से तीन को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक वंशरुप साकेत पुत्र कंछेदी लाल 45 वर्ष और मथुरा साकेत पुत्र जमुना प्रसाद 37 वर्ष के बीच 2 साल से विवाद चल रहा है।

गुरुवार शाम करीब 6 बजे पुराने झगड़े को लेकर दोनो पक्ष आमने-सामने आ गए। गाली -गलौज से शुरु हुई विवाद मारपीट तक पहुंच गए। दोनो तरफ जमकर लाठी-डंडे चले। जिसकी खबर डायल 100 पर दी गई तो पुलिस ने गांव जाकर बीच-बचाव किया और एम्बुलेंस से घायलों को अमरपाटन स्वास्थ्य केन्द्र भेजा जहां से रात लगभग 10 बजे वंशरुप को जिला अस्पताल लाया गया। यहां पर कुछ देर तक भर्ती रहने के बाद उनकी सांसे थम गईं। जबकि मारपीट में घायल मृतक की पत्नी शोभा 40 वर्ष तथा दूसरे पक्ष के मथुरा साकेत 37 वर्ष और उनके भाई ईश्वरदीन साकेत पुत्र जमुना 35 वर्ष को भर्ती कर लिया गया।

विवाद में मृतक के बेटे शिवम 27 वर्ष, संदीप 18 वर्ष और पुत्री रजनी 19 वर्ष को भी चोटें आई थी। घटना के बाद पुलिस ने दोनो तरफ से आईपीसी की धारा 294,323,324,506 34 के तहत कायमी कर ली। मृतक पक्ष  से फरियादी संदीप था जबकि दूसरी ओर से ईश्वरदीन की पत्नी सरोज ने रिपोर्ट लिखाई थी। 

धारा बढ़ाई अस्पताल में गार्ड लगाए 
लेकिन जैसे ही वंशरुप की मौत की खबर मिली तो नादन पुलिस जिला अस्पताल पहुंचकर शुक्रवार सुबह लाश का पोस्टमार्टम कराया और मर्ग-डायरी प्राप्त कर संदीप की तरफ से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में धारा 367 व 302 बढ़ा दी। साथ ही अस्पताल में भर्ती मथुरा और ईश्वरदीन की निगरानी के लिए पुलिस कर्मी तैनात कर दिए। दोनों को अस्पताल से छुट्टी मिलते गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

बेटे को बचाने के प्रयास में वंशरूप ने गंवाई जान 
प्रथम पक्ष का आरोप है कि गुरूवार शाम को नहाने के बाद संदीप जब ईश्वरदीन के घर के दरवाजे से निकल रहा था, तब उसने गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान वंशरूप बीच-बचाव में गया तो उसने पत्नी सरोज, भाई मथुरा, भाभी मानवती, छोटे भाई विश्राम, जीतू, ज्योति, आरती आदि के साथ मिलकर लाठी-डंडों से पीटते हुए घर में बंद कर लिया। हल्ला-गोहार सुनकर जब पत्नी शोभा, बेटा शिवम, संदीप व बेटी रजनी मदद के लिए दौड़े तो उनके साथ भी मारपीट की।

वहीं दूसरे पक्ष का कहना है कि दो साल पहले मृतक का बेटा उनके परिवार की एक लडक़ी को बहला-फुसलाकर भगा ले गया था जिसको लोगों ने मैहर से बरामद कर लिया था, तभी से विवाद चल रहा था। गुरूवार शाम को ईश्वरदीन शादी से लौटा तो वंशरूप व उसके परिजन गाली-गलौच करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए थे।

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