पेंच नेशनल पार्क में रखे जाएंगे अवनी के दोनों शावक, मां के बगैर शिकार कर रहे जंगल-जंगल 

पेंच नेशनल पार्क में रखे जाएंगे अवनी के दोनों शावक, मां के बगैर शिकार कर रहे जंगल-जंगल 

Tejinder Singh
Update: 2018-12-14 14:55 GMT
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डिजिटल डेस्क, मुंबई। नरभक्षी बाघिन अवनी के दोनों बच्चों को पेंच नेशनल पार्क में रखा जाएगा। अवनी के दोनों बच्चों को अगले पांच से छह दिनों में ट्रेंकुलाइज किया जाएगा। ट्रेंकुलाइज वह प्रक्रिया है, जिसके तहत दोनों बाघिन के दोनों बच्चों को बेहोश कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा। शुक्रवार को अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) सुनील लिमये ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में कहा कि हमें चिंता थी कि अवनी के दोनों बच्चे अपने मां के बिना कैसे रह पाएंगे, लेकिन अब हमारी चिंता दूर हो गई है। क्योंकि बाघिन के दोनों बच्चे लगातार शिकार कर रहे हैं। लगातार निगरानी के बाद हम यह कह सकते हैं कि दोनों बच्चे शिकार के लिए तैयार हो गए हैं। अवनी के दोनों बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। दोनों बच्चों की आयु 11 से 12 महीने है। अगले कुछ दिनों में दोनों बच्चों को ट्रेंकुलाइज करके सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाएगा। हम उन्हें पेंच नेशनल पार्क में रखने पर विचार कर रहे हैं। लिमये ने कहा फिलहाल अवनी के साथ रहने वाला नर बाघ टी-2 दोनों बच्चों से दूर है। इसलिए केवल दोनों बच्चों को ट्रेंकुलाइज कर यवतमाल के जंगल से हटाया जाएगा। लिमये ने कहा कि दोनों बच्चों को ट्रेंकुलाइज करने के लिए पहले मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) कमेटी से मंजूरी ली जाएगी। अवनी के मारे जाने के बाद वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ताओं ने लगातार दोनों बच्चों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की मांग की थी।  

बकरी के बच्चों का शिकार 
अवनी के दोनों बच्चे लगातार शिकार कर रहे हैं। वन विभाग की तरफ से यवतमाल के बोराटी जंगल के एक पेड़ से बांधे गए बकरी के बच्चे का बाघिन के दोनों बच्चों ने शिकार किया। ये दस दिनों में 10 बकरी के बच्चों का शिकार कर चुके हैं। इसके अलावा घोड़े और भैंस के छोटे बच्चों का भी शिकार किया है। इससे पहले नवंबर महीने में यवतमाल में बाघिन अवनी को गोली मार दी गई थी। जिससे अवनी की मौत हो गई थी। प्रदेश सरकार के गोली मारने के फैसले की भाजपा की वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ताओं ने कड़ी आलोचना की थी। अवनी ने यवतमाल में 13 लोगों को अपना शिकार बनाया था। 

वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के मुताबिक अवनी के दोनों बच्चे शिकार कर रहे हैं। दोनों बच्चें अब बड़े हो गए हैं। वन विभाग के अधिकारी उन पर निगरानी रखे हुए हैं। आगामी समय में आवश्यकता अनुसार ट्रेंकुलाइज किया जाएगा। 

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