भंडारा उपचुनाव बसपा मौन, न उम्मीदवार, न किसी को समर्थन
भंडारा उपचुनाव बसपा मौन, न उम्मीदवार, न किसी को समर्थन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। भंडारा गोंदिया लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में बहुजन समाज पार्टी किसी भी तरह से शामिल नहीं रहेगी। बसपा ने मौन कायम रखा है। पार्टी की ओर से कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया गया है। यही नहीं, किसी दल या उम्मीदवार को समर्थन देने के संबंध में भी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उधर शिवसेना की भूमिका भी स्पष्ट नहीं हो पाई है। प्रमुख तौर से राकांपा व भाजपा के उम्मीदवार ही मैदान में रहेंगे। इस बीच बहुजनवादी मतदाताओं को न्याय दिलाने का दावा करते हुए प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्ववाले भारिप बहुजन महासंघ व सुरेश माने के नेतृत्व वाले बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी के उम्मीदवार चुनाव मैदान में रखने का निर्णय लिया है।
सामाजिक आधार को महत्व दिये जाने की चर्चा
गौरतलब है कि भंडारा गोंदिया क्षेत्र में सामाजिक आधार पर मतदाताओं की संख्या का हवाला देते हुए बहुजनवादी संगठन सदैव चुनावों में चर्चा में रहते हैं। इस बार भाजपा व राकांपा के उम्मीदवार को तय करने में भी सामाजिक आधार को महत्व दिये जाने की चर्चा है। भाजपा ने पूर्व विधायक हेमंत पटले व राकांपा ने पूर्व विधायक मधुकर कुकड़े को उम्मीदवार बनाया है। पिछले 3 लोकसभा चुनावों में क्रमश: 91 हजार, 55 हजार व 45 हजार मत पानेवाली बसपा का दावा रहता है कि वह क्षेत्र की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इस बार बसपा ने कोई निर्णय नहीं लिया है।
बसपा उम्मीदवार के तौर पर 2004 में इसी क्षेत्र में 91 हजार मत पानेवाले अजाब शास्त्री ने नामांकन दर्ज कराया है। उनका नामांकन दर्ज होते ही उन्हें बसपा से बाहर कर दिया गया है। इसी तरह इस चुनाव में किसी भी तरह के राजनीतिक कार्य में सक्रिय रहनेवाले बसपा पदाधिकारियों को संगठन स्तर पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
नहीं आया है कोई आदेश
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश साखरे ने कहा है कि उपचुनाव में उनकी पार्टी उम्मीदवार नहीं उतारती है। बसपा प्रमुख मायावती ने भंडारा-गोंदिया में भी चुनाव में भाग लेने से मना किया है। किसी को समर्थन देने का आदेश भी नहीं आया है। उधर बसपा से निकाले गए अजाब शास्त्री ने फोन पर चर्चा में कहा है कि वे चुनाव में निर्दलीय ही डटे रहेंगे। निर्दलीय चुनाव लड़ना बसपा के लिए संगठनात्मक नुकसान का मामला नहीं होना चाहिए। क्षेत्र में बहुजन मतदाताओं के पास विकल्प नहीं है कि वे किसे मतदान करें।
कांग्रेस व राकांपा पर नाना पटोले की राजनीति समाप्त करने का आरोप लगाने वाले भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने अपनी पार्टी के उम्मीदवार को ताकत देने का आव्हान बहुजन कार्यकर्ताओं से किया है। बीआरएसपी के अध्यक्ष सुरेश माने ने कहा है कि भंडारा में भावना नहीं विकास का मुद्दा चुनाव में छाया रहेगा। भेल उद्योग समूह, अदानी परियोजना, पुनवर्सन, धान दूध के भाव को लेकर बहुजनवादी स्थानीय संगठनों को राकांपा व भाजपा के विरोध में मतदान करने का आह्वान किया जायेगा।