बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए गोदरेज की वैकल्पिक जमीन अधिग्रहण के लिए उपयुक्त

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए गोदरेज की वैकल्पिक जमीन अधिग्रहण के लिए उपयुक्त

Tejinder Singh
Update: 2018-07-31 13:46 GMT
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए गोदरेज की वैकल्पिक जमीन अधिग्रहण के लिए उपयुक्त

डिजिटल डेस्क, मुंबई। दि नेशनल हाइस्पीड रेल कार्पोरेशन (NHSRC) ने बांबे हाईकोर्ट को सूचित किया है कि बुलेट ट्रेन के लिए गोदरेज की ओर से दी गई वैकल्पिक जमीन प्रथम दृष्टया अधिग्रहण लिए उपयुक्त नजर आ रही है। इससे पहले केंद्र सरकार ने अहमदाबाद बुलेट ट्रेन की महत्वकांक्षी परियोजना के लिए विक्रोली स्थिति गोदरेज एंड बाइज मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी की विक्रोली स्थित जमीन के अधिग्रहण का प्रस्ताव भेजा था। प्रस्तावित जमीन के अधिग्रहण के खिलाफ गोदरेज ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। 

जस्टिस नरेश पाटील व जस्टिस गिरीष कुलकर्णी की बेंच के सामने इस याचिका पर सुनवाई चल रही है। सुनवाई के दौरान बेंच ने पाया कि गोदरेज ने NHSRC को पहले एक वैकल्पिक जगह का प्रस्ताव भेजा था। किंतु बेंच ने सुनवाई के दौरान पाया कि इस जमीन के मालिकाना हक को लेकर गोदरेज व राज्य सरकार के बीच कानूनी विवाद चल रहा है। इस दौरान NHSRC ने बेंच के सामने एक हलफनामा दायर किया। जिसके मुताबिक गोदरेज ने रेल कार्पोरेशन को दूसरी वैकल्पिक जगह का प्रस्ताव दिया है। प्रथम दृष्टया यह जगह उपयुक्त नजर आ रही है।

रेल कार्पोरपेशन की ओर से पैरवी कर रहे एडिशनल सालिसिटर जनरल अनिल सिंह ने बेंच के सामने कहा कि हम विस्तार से दूसरे प्रस्ताव का परीक्षण करेंगे। इसके बाद एक रिपोर्ट गोदरेज को भेजेंगे। इस पर बेंच ने राज्य सरकार के वकील से कहा कि वह भी गोदरेज के दूसरे प्रस्ताव को देखे। क्योंकि ऐसा न हो कि यह जमीन भी किसी कानूनी विवाद में फंसी हो। बेंच ने कहा कि रेल कार्पोरेशन जमीन के अलावा पर्यावरण व अन्य पहलूओं पर भी प्रोजेक्ट की शुरुआत से पहले विचार कर ले।

इस पर सिंह ने बेंच को भरोसा दिलाया कि जमीन से जुड़े विवाद का हल आपसी सहमति व बातचीत से निकाल लिया जाएगा। इसके बाद बेंच ने मामले की सुनवाई 3 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दी। गौरतलब है कि अहमदाबाद से मुंबई के बीच चलनेवाली बुलेट ट्रेन की दूरी 508 किमी होगी। इसमें से 21 किमी की दूरी भूमिगत होगी। 
 

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