देश में घट रही हैं नक्सली गतिविधियां : केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री

देश में घट रही हैं नक्सली गतिविधियां : केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री

Tejinder Singh
Update: 2018-03-20 14:55 GMT
देश में घट रही हैं नक्सली गतिविधियां : केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने दावा किया है कि पिछले तीन वर्षो के दौरान नक्सलवादी घटनाओं में लगातार कमी आई है। वर्ष 2015 में देश के विभिन्न हिस्सों में कुल 1,089 नक्सली घटनाएं हुई थी तो वर्ष 2016 में यह घटकर 1,048 रह गई। इसी प्रकार वर्ष 2017 में नक्सली वारदातों में और कमी आई और इसकी संख्या 908 पर पहुंच गई। यह जानकारी केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने मंगलवार को लोकसभा में लिखित जवाब में दी है।

 वामपंथ उग्रवाद से संबंधित घटनाआें की संख्या में 20 प्रतिशत की कमी

अहीर ने कहा कि वर्ष 2013 की तुलना में वर्ष 2017 में वामपंथ उग्रवाद से संबंधित घटनाआें की संख्या में 20 प्रतिशत की कमी आई है तो इससे संबंधित मौतों में 34 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। उन्होने बताया कि नक्सली वारदातों में वर्ष 2016 में जहां 213 नागरिक मारे गए थे तो वर्ष 2017 में इस तरह की घटनाओं में 188 नागरिकों की मौत हुई है। वर्ष 2018 में 28 फरवरी तक नक्सली घटनाओं में 15 नागरिकों के मारे जाने की सूचना है। हालांकि वर्ष 2016 के मुकाबले 2017 में सुरक्षा बल ज्यादा शहीद हुए हैं। वर्ष 2016 में जहां इन घटनाओं में 65 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे तो वर्ष 2017 में बढ़कर इसकी संख्या 75 हो गई है। इस वर्ष 28 फरवरी तक 11 सुरक्षाकर्मियों की जान जा चुकी है।

2017 में महाराष्ट्र में हुई 69 नक्सली घटनाएं

अहीर ने बताया कि वर्ष 2017 में सुरक्षा बलों ने 1,888 वामपंथी उग्रवादियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है। इसके पहले वर्ष 2016 में 1840 उग्रवादी सुरक्षाबलों के हत्थे चढ़े थे तो वर्ष 2015 में इनकी संख्या 1668 थी। पिछले दो माह में ही 318 नक्सली काबू किए जा चुके हैं। वर्ष 2017 में महाराष्ट्र में कुल 69 नक्सली घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं में 13 नागरिकों की जाने गई हैं तो 3 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए हैं। गृह राज्य मंत्री ने बताया कि वामपंथी उग्रवाद से निपटने के लिए सरकार ने एक राष्ट्रीय नीति और कार्ययोजना तैयार की है जिसमें सुरक्षा संबंधी उपायों, विकास संबंधी योजनाओं और स्थानीय समुदायों के अधिकार एवं हकदारियां सुनिश्चित करने सहित एक बहुआयामी रणनीति की परिकल्पना की गई है।
 

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