सीईओ ने अपनी बेटी का दाखिला आंगनवाड़ी में कराया, पेश की मिसाल

सीईओ ने अपनी बेटी का दाखिला आंगनवाड़ी में कराया, पेश की मिसाल

Bhaskar Hindi
Update: 2019-11-16 08:43 GMT
सीईओ ने अपनी बेटी का दाखिला आंगनवाड़ी में कराया, पेश की मिसाल

डिजिटल डेस्क सतना। एक ओर जहां माता-पिता अच्छी शिक्षा देने के लिए अपने बच्चों का एडमिशन महंगे निजी स्कूलों में कराने में लगे हुए, वहीं रामनगर जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेरणा सिंह ने अपनी ढाई साल की बच्ची मर्णिकर्णिका का आंगनवाड़ी में दाखिला करवाकर लोकसेवा की एक अनोखी मिसाल पेश की है। सीईओ चाहतीं तो अपनी बेटी को सभी सुविधाओं वाले प्राइवेट प्ले स्कूल भी चुन सकती थीं, मगर उन्होंने इससे परहेज किया और बच्ची का दाखिला आंगनवाड़ी में करवाया। 
सरकारी सिस्टम पर जताया भरोसा
सीईओ प्रेरणा आज समाज के उन बड़े और अमीर लोगों के लिए स्वयं प्रेरणा बन गई हैं, जो अपने बच्चों को निजी और नामी स्कूलों में पढ़ाना अपनी शान समझते हैं। उन्होंने सरकारी सिस्टम पर भरोसा जताते हुए अपनी बेटी का नजदीकी इटमा कला के आंगनवाड़ी क्रमांक 86 में दाखिला करवाया है। दरअसल, एक दिन पहले सीईओ इसी आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण करने पहुंचीं थीं। केन्द्र की व्यवस्थाओं ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि उन्होंने अपनी बेटी का दाखिला ही यहां करा दिया। 
शाला जाने से पहले की तैयारी
सीईओ की बेटी मर्णिकर्णिका अन्य बच्चों की तरह आंगनवाड़ी में बैठकर पढ़ाई करती है। मणिकर्णिका हर वो चीज सीख रही है, जो दूसरे बच्चे सीख रहे हैं। केन्द्र में वह सभी बच्चों के साथ-साथ कार्यकर्ता और सहायिका के साथ भी घुल-मिल गई है। कार्यकर्ता ज्योत्सना जायसवाल ने बताया कि आंगनवाड़ी में बच्चों को अनौपचारिक शिक्षा दी जाती है और शाला जाने के योग्य बनाया जाता है।

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