छिंदवाड़ा की बेटी ने राज्यपाल के तौर पर लोगों से मिलने का बनाया वल्र्ड रिकार्ड
छिंदवाड़ा की बेटी ने राज्यपाल के तौर पर लोगों से मिलने का बनाया वल्र्ड रिकार्ड
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के तौर पर छिंदवाड़ा की बेटी अनुसुइया उइके ने लोगों से मिलने और उनकी समस्याएं सुनने की बड़ी मिसाल पेश की है। सुश्री उइके ने 29 जुलाई 2019 से 6 जनवरी 2021 तक एक राज्यपाल के रूप में 10 हजार 849 लोगों से मुलाकात करने और उनकी समस्या सुनीं। खासबात यह कि ये आंकड़े सिर्फ छत्तीसगढ़ राजभवन के दरबार हाल में हुई लोगों से मुलाकात के हैं। इसके अलावा उन्होंने छत्तीसगढ़ के जिलों सहित दूसरे प्रदेशों खासतौर पर मध्यप्रदेश के जिलों का भी दौरा किया और लोगों से मिली व उनकी समस्याएं सुनी हैं। एक फरवरी को छत्तीसगढ़ राजभवन के दरबार हाल में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल सुश्री उइके को गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड संस्था ने प्रमाण पत्र भेंट किया। कहा जा रहा है कि सुश्री उइके देश की अकेली राज्यपाल हैं जिन्होंने लोगों से सीधे मिलकर वल्र्ड रिकार्ड कायम किया है।
रिकार्ड पर बोलीं राज्यपाल... लोगों से मिलने व समस्याओं का समाधान कर उन्हें संतुष्टि मिलती है
राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके ने कहा कि मुझे यह सम्मान दिया उसके लिए मैं धन्यवाद देती हूं। मुझे जो गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड संस्था ने सम्मानित किया, उनके प्रति मैं आभारी हूं। मैं जब भी किसी व्यक्ति से मिलती हूं तो मेरे मन में यह विचार रहता है कि उसके लिए मैं क्या कर सकती हूं और उसकी समस्याओं का कैसे समाधान कर सकती हूं। मैंने जीवन में कोई भी कार्य या किसी की मदद बिना किसी अपेक्षा के की। यदि जीवन में कोई भी व्यक्ति बिना किसी अपेक्षा के किसी की मदद करता है तो उसे जो संतुष्टि मिलती है वह किसी भी अन्य कार्य में नहीं मिलती। ऐसे कार्यों से भी उन्हें सबसे बड़ा पुण्य मिलता है।
गृह जिले का भी ध्यान रखा... डेढ़ साल में 8 बार छिंदवाड़ा आई, लोगों से मेल-मुलाकात कीं
छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए अपने दरबार का दरवाजा खुला रखने वाली राज्यापाल सुश्री अनुसुइया उइके ने अपने गृह जिले छिंदवाड़ा के लोगों को भी निराश नहीं किया। डेढ़ साल में करीब 8 बार वे छिंदवाड़ा आईं। यहां अपनों के बीच पहुंचने के साथ उन्होंने अपने हर दौरे में लोगों से मेल-मुलाकात में कसर नहीं छोड़ी। आवेदन लेकर पहुंचे लोगों की समस्याएं सुनी और उसके निराकरण के लिए प्रयास किए। खासतौर पर कोरोना संकट काल के दौरान उन्होंने खुद लोगों की मदद की और दूसरों को भी मदद के लिए प्रेरित किया। पुट्टपर्थी समेत विदेशों में फंसे लोगों को वापस लाने में उनकी बड़ी भूमिका रही।
विवि विनियामक आयोग ने किया सम्मान
छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग ने राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल को विशेष अभिनंदन पत्र भेंट किया। सभी निजी विश्वविद्यालयों ने राज्यपाल के समक्ष उनके द्वारा कोरोना काल में किए गए कार्यों से संबंधित प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
उपलब्धि पर इन्होंने जताई खुशी
राज्यपाल सुश्री उइके के वल्र्ड रिकार्ड कायम करने व इस उपलब्धि पर विवेक साहू ,चौधरी चंद्रभान सिंह, नाना मोहोड़, दौलत सिंह ठाकुर, श्रीमती कान्ता सदारंग, कान्ता ठाकुर, धर्मेन्द्र मिगलानी, सत्येन्द्र ठाकुर, अभिलाष गौहर शैलेंद्र बघेल ने खुशी जाहिर करते हुए बधाई प्रेषित की है।