मुख्यमंत्री शहरी पथ विक्रेता योजना से लाभांवित होकर पुन अपनी आर्थिक गतिविधियों से जुड़ रहे हैं पथ विक्रेता "खुशियों की दास्ताँ"

मुख्यमंत्री शहरी पथ विक्रेता योजना से लाभांवित होकर पुन अपनी आर्थिक गतिविधियों से जुड़ रहे हैं पथ विक्रेता "खुशियों की दास्ताँ"

Aditya Upadhyaya
Update: 2020-07-23 13:09 GMT
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डिजिटल डेस्क, सिवनी। वैश्विक कोरोना वायरस संक्रमण के कारण उत्पन्न विपरीत परिस्थितियों में प्रभावित हुए छोटे पथ विक्रेताओं को शासन द्वारा आर्थिक राहत देने के प्रयास किये जा रहें हैं। कोरोना काल में लागू लॉक डाउन उपरांत छोटे फुटकर विक्रेताओं को पुनः उनकी व्यवसायिक गतिविधियों से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री शहरी पथ विक्रेता योजना प्रारम्भ की गई हैं। जो मैदानी स्तर में निश्चित रूप से कल्याणकारी सिद्ध हो रही हैं। योजना अंतर्गत सब्जी का ठेला लगाने वाले, चाट की दुकान चलाने वाले, सिलाई कार्य से जुड़े वर्ग और चाय आदि की दुकान संचालित करने वाले अन्य लघु व्यवसायियों को 10 हजार रुपये तक का ऋण बिना गारंटी एवं ब्याज के उपलब्ध कराया जा रहा हैं। जिससे लाभांवित होकर यह छोटे व्यवसायी बिना ब्याज के बोझ में दबे अपना कार्य सुचारू रूप से कर सकेंगे तथा परिवार की ठीक ढंग से गुजर बसर कर सकेंगे। शासन की इस कल्याणकारी योजना का सिवनी जिले में बेहतर क्रियांवयन हो रहा है । जिसमें शासन द्वारा निकायवार निर्धारित लक्ष्यानुसार नगरपालिका सिवनी द्वारा 2559 वेंडरों के विरुद्ध 3290 वेंडरों का पंजीयन किया हैं तथा 102 वेंडरों को 10 हजार रुपये का ऋण भी प्रदाय कर दिया गया हैं। इसी तरह नगरपरिषद लखनादौन द्वारा लक्षयित 433 के विरुध्द 385 तथा नगर परिषद बरघाट द्वारा लक्षयित 303 के विरूद्ध 265 वेंडरों के पंजीयन किये गए तथा क्रमश: 9 एवं 12 को लाभांवित किया जा चुका हैं। शासन की इस कल्याणकारी योजना से लाभांवित हुए सिवनी नगरीय क्षेत्र के फुटकर सब्जी व्यवसायी मोहम्मद शहीद योजना अंतर्गत 10 हजार रूपये का ऋण प्राप्त होने पर प्रसन्न है। वह कहते हैं कि कोरोना काल में शासन द्वारा आर्थिक रूप से सहायता मिल जाने से उनका सब्जी का व्यावसाय पुन: प्रारंभ हो गया है। लॉकडाउन के उपरांत अपने व्यवसाय से पुन: जुड़कर अपने परिवार का बेहतर ढंग से पालन-पोषण कर पा रहे हैं। इसी तरह चाय विक्रेता सिवनी नगरीय क्षेत्र के अमित मिश्रा एवं बरघाट नगरीय क्षेत्र के समोसा मंगोड़ा व्यवसायी राजू धानेश्वर भी योजना अंतर्गत 10 हजार रूपये का ऋण प्राप्त कर पुन: अपने व्यवसाय से जुड़ गए हैं जिससे वह अत्यंत प्रसन्न हैं।

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