सहकारी केंद्रीय बैंक गबन कांड - तीसरे प्रतिवेदन में सवा चार करोड़ के गबन का खुलासा

 सहकारी केंद्रीय बैंक गबन कांड - तीसरे प्रतिवेदन में सवा चार करोड़ के गबन का खुलासा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-22 11:21 GMT
 सहकारी केंद्रीय बैंक गबन कांड - तीसरे प्रतिवेदन में सवा चार करोड़ के गबन का खुलासा

गबन की राशि बढ़कर हुई सवा छह करोड़ रुपए, स्पेशल ऑडिट जारी
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा ।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कृषि शाखा में चल रहे स्पेशल ऑडिट में गबन की राशि बढ़कर सवा छह करोड़ रुपए पहुंच गई है। ऑडिट टीम को मिले तीसरे जांच प्रतिवेदन में सवा चार करोड़ रुपए की हेराफेरी का खुलासा हुआ है। जांच टीम चेकर्स और मेकर्स की आईडी का पता लगा रही है। जिससे आरोपियों की जवाबदेही तय की जा सके।
गौरतलब है कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कृषि शाखा में हुए 2 करोड़ रुपए के गबन के मामले में कोतवाली पुलिस ने 30 जनवरी को आउटसोर्स कम्प्यूटर ऑपरेटर कृष्णा साहू और तत्कालीन शाखा प्रबंधक संदीप सूर्यवंशी के खिलाफ षडय़ंत्र रचकर गबन की धाराओं में अपराध दर्ज किया था। 3 फरवरी को इसी मामले में मिले दूसरे जांच प्रतिवेदन को भी इसी एफआईआर में शामिल कर बैंक के तत्कालीन 5 कर्मचारी व 12 बैंक खाताधारकों के नाम एफआईआर में शामिल किए थे। सहकारिता विभाग की स्पेशल ऑडिट टीम को इसी मामले में सोमवार को सहकारी बैंक की तीसरी जांच रिपोर्ट मिली है। जिसमें 4 करोड़ 57 लाख 8 हजार 250 रुपए के गबन का खुलासा किया गया है। टीम इन लेनदेन के संबंध में इंटरनल लेनदेन की जांच कर रही है।
अब तक गिरफ्तार हो चुके 6 आरोपी: इस मामले में पुलिस ने मुख्य सरगना कृष्णा साहू के साथ तत्कालीन ब्रांच मैनेजर फूलसिंग चौरे, संदीप सूर्यवंशी और बैंक खाताधारक मोहनलाल साहू, रामाधार, ऋषि को गिरफ्तार किया है। इसी मामले में संदेही बताए जा रहे तत्कालीन प्रभारी लिपिक विपिन पटेल, सहायक समिति सेवक जितेंद्र जैन, सहायक समिति सेवक आरपी खलोटे और रिटायर्ड प्रभारी लिपिक नारायण प्रसाद यादव को पूछताछ कर छोड़ा जा चुका है।
फर्जी बैंक लोन भी संदेह के घेरे में
सूत्रों की माने तो सहकारी बैंक मुख्यालय में पदस्थ जांच टीम के एक सदस्य के फर्जी लोन पर भी संदेह जताया जा रहा है। अब तक की जांच में उक्त कर्मचारी का नाम दबाया गया है। स्पेशल ऑडिट में इस प्रकरण के खुलने की भी उम्मीद जताई जा रही है।
इनका कहना है
 

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