विधान परिषद की विशेषाधिकार समिति करेगी धनंजय मुंडे पर लगे आरोपों की जांच

विधान परिषद की विशेषाधिकार समिति करेगी धनंजय मुंडे पर लगे आरोपों की जांच

Tejinder Singh
Update: 2018-03-01 16:02 GMT
विधान परिषद की विशेषाधिकार समिति करेगी धनंजय मुंडे पर लगे आरोपों की जांच

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधान मंडल में सवाल न पूछने को लेकर कथित रूप से पैसे लेने को लेकर विधान परिषद में विपक्ष के नेता धनंजय मुंडे पर लगे आरोपों की जांच विशेषाधिकार समिति के माध्यम से होगी। विधान परिषद में राष्ट्रवादी कांग्रेस सदस्य हेमंत टकले ने मुंडे पर लगे आरोपों से जुड़ी खबर को प्रसारित करने वाले निजी मराठी समाचार चैनल और एचडीआईएल कंपनी के प्रबंध निदेशक प्रमोद पुरंदरे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया। सभापति रामराजे निंबालकर ने सदन की विशेषाधिकार समिति को बजट सत्र के समापन से पहले जांच रिपोर्ट का निर्देश दिया। 

कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस मुंडे के साथ

गुरुवार को मुंडे के खिलाफ लगे आरोपों पर शिवसेना विपक्षीय दल कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ खड़ी नजर आई। इस कारण भाजपा सदन में अलग थलग पड़ी नजर आई। सदन में भाजपा के सदस्य प्रवीण दरेकर ने मुंडे के खिलाफ लगे आरोपों का मुद्दा उठाया। जिसके बाद भाजपा सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। भाजपा के सदस्यों ने मुंडे को सदन से निलंबित करके मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से कराने की मांग की। जबकि कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना के सदस्य मुंडे के पक्ष में खड़े नजर आए। कांग्रेस के सदस्य शरद रणपीसे ने कहा कि मुंडे लगातार सरकार के मंत्रियों के भ्रष्टाचार को उजागर करके रहे हैं। इसलिए मुंडे के खिलाफ षड्यंत्र के तहत यह आरोप लगाए गए हैं।

आरोपों की चर्चा

रणपीसे ने कहा कि मुंडे को नोटिस दिए बैगर विधान सभा में उन पर लगे आरोपों की चर्चा हुई और भाजपा ने हंगामा किया। यह नियमों के खिलाफ है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के सदस्य सुनील तटकरे ने कहा कि मुंडे के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने मुंडे से कहा कि रामायण में सीता को अग्नि परीक्षा का सामना करना पड़ा था। आप भी इस आरोपों का सामना करने के लिए तैयार रहिए। पार्टी आपके साथ मजबूती से खड़ी रहेगी। शिवसेना सदस्य नीलम गोर्हे ने कहा कि चैनल ने जो ओडियो क्लिप प्रसारित किया है। उसकी सत्यता की जांच चैनल ने भी नहीं की है।

जानबूझकर कुछ नहीं कर रही सरकार

विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए प्रदेश के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने कहा कि मुंडे के खिलाफ सरकार जानबूझकर कुछ नहीं कर रही है। प्रदेश के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि मुंडे पर लगे आरोपों पर विपक्ष कह रहा है कि बिना किसी तथ्य के सदन में आरोप लगाए जा रहे हैं। पर प्रदेश की महिला व बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे के खिलाफ भी ऐसे आरोप लगाए गए थे। पाटील के इस बयान पर विपक्ष के सदस्य हंगामा करने लगे। 

आरोपों पर स्पष्टीकरण

इस बीच विपक्ष के नेता मुंडे पर अपने खिलाफ लगे आरोपों पर स्पष्टीकरण दिया। मुंडे ने कहा कि विधान परिषद में राष्ट्रवादी कांग्रेस सदस्य आनंद ठाकुर के कहने पर मैंने निजी कंपनी द्वारा सरकारी अधिकारियों से मिलीभगत करके सरकार का 200 करोड़ रुपए का राजस्व डूबाने संबंधित ध्यानाकर्षण प्रस्ताव साल 2016 में दिया था। इस प्रस्ताव को सभापति ने स्वीकृत कर लिया गया था। सदन के कामकाज का आखिरी दिन होने के कारण इस प्रस्ताव पर सदन में चर्चा नहीं हो सकी। मुंडे ने कहा कि भाजपा सदस्यों ने आरोप लगाए हैं कि मैंने सवाल न पूछने के लिए 50 लाख रुपए लिए हैं। मुंडे ने कहा कि ओडियो क्लिप में शिवेसना नगरसेवक धनंजय गावडे, आरटीआई कार्यकर्ता प्रमोद दलवी और एचडीआईएल कंपनी के प्रमोद पुरंदरे बातचीत करते सुनाई दे रहे हैं। इसमें सीधे तौरे पर किसे ने मेरा नाम नहीं लिया है। मुंडे ने कहा कि यदि मैंने पैसे लिए होते तो फिर लगातार सवाल सदन में क्यों पूछता। इस दौरान मुंडे ने कहा कि मैं खुली जांच के लिए तैयार हूं लेकिन मुझे पर आरोप लगाने वाली भाजपा अपने मंत्री पर लगे आरोपों की भी खुली जांच कराए। 

ऑडियो क्लिप के आधार पर खबर प्रसारित

इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस सदस्य टकले ने कहा कि संबंधित चैनल पर ऑडियो क्लिप के आधार पर खबर प्रसारित हुई। जिसमें मुंडे के अलावा विधान परिषद में राष्ट्रवादी कांग्रेस सदस्य आनंद ठाकुर और विधानमंडल सचिवालय के अधिकारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मुंडे के खिलाफ बिना किसी सबूत और तथ्यों के आरोप लगाए गए हैं। 

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