कोरोना मरीजों के रिश्तेदारों से हो रही ठगी, वितरक बता ऑनलाइन जमा करा रहे पैसे

कोरोना मरीजों के रिश्तेदारों से हो रही ठगी, वितरक बता ऑनलाइन जमा करा रहे पैसे

Tejinder Singh
Update: 2021-05-13 14:41 GMT
कोरोना मरीजों के रिश्तेदारों से हो रही ठगी, वितरक बता ऑनलाइन जमा करा रहे पैसे

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संक्रमितों के रिश्तेदारों से रेमडेसिविर और टोसिलिजुमैब इंजेक्शन के नाम पर बड़े पैमाने पर ऑनलाइन ठगी हो रही है। ठग खुद को एक बड़ी दवा कंपनी का डिस्ट्रिब्यूटर बता कर ऑनलाइन पैसे लेकर लोगों को पानी भरी दवा की शीशियां सप्लाई कर रहे हैं। राज्य में दोनों दवा बनाने वाली कंपनी ने महाराष्ट्र साइबर सेल में मामले की शिकायत की है जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल कंपनी की कम्यूनिकेशन टीम को लगातार शिकायतें मिल रहीं थीं जिसमें लोग कह रहे थे कि उनसे इंजेक्शन के नाम पर ऑनलाइन पैसे जमा करा लिए गए और बाद में जो दवाओं की जो शीशियां पहुंचाई गईं उनमें दवा की जगह पानी भरा था। लोगों ने अपनी शिकायत में कहा कि खुद को कंपनी का डिस्ट्रिब्यूटर बताने वालों ने उनसे पैसे लिए हैं। सभी शिकायतें एक जैसी थी। ठगी के शिकार हुए लोगों को ह्वाट्सएप ग्रुप पर संदेश मिले थे जिनमें मोबाइल नंबर थे। मोबाइल नंबर कंपनी के डिस्ट्रिब्यूटर का बताकर दावा किया गया था कि 50 फीसदी कीमत ऑनलाइन जमा करने पर रेमडेसिविर या टोसिलिजुमैब इंजेक्शन घर पहुंचा दिए जाएंगे। लोगों ने पैसे भरे तो उनके घर दवा की शीशियां भी पहुंची लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद पाया कि कंपनी के नाम और लोगों वाली शीशी में असल में पानी भरा हुआ है।

महाराष्ट्र पुलिस के साइबर सेल के एक अधिकारी ने बताया कि दवा कंपनी की शिकायत के आधार पर आईपीसी, आईटी, ट्रेडमार्ड, ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत ठगी, जालसाजी के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। ठगी के लिए इस्तेमाल मोबाइल नंबरों से जुड़ी जानकारी संबंधित कंपनियों से मांगी गई है। ठगी के लिए जिन बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया है उन्हें भी जांच पूरी होने तक सीज कर दिया गया है।

 


 

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