क्रिकेट के हाइटेक सट्टा रैकेट का पर्दाफाश, 5 आरोपी गिरफ्तार
3 लग्जरी कार समेत 45 लाख का सामान बरामद, कोडिंग के जरिए चल रहा खेल क्रिकेट के हाइटेक सट्टा रैकेट का पर्दाफाश, 5 आरोपी गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क सतना। छतरपुर और पन्ना से आकर सतना में क्रिकेट का हाइटेक सट्टा रैकेट चला रहे 5 आरोपियों को पुलिस ने भरहुत नगर इलाके के एक मकान से गिरफ्तार कर लिया है, जिनके कब्जे से 3 लाख नगदी और 3 कार समेत 45 लाख का साजो सामान बरामद किया गया है। यह गिरोह गेमिंग साफ्टवेयर के जरिए गोरखधंधा चला रहे थे, जिसके तार चंडीगढ़ से लेकर दुबई तक जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि आईपीएल मैचों में सट्टेबाजी के बड़े रैकेट के सक्रिय होने की सूचना पर साइबर यूनिट को टास्क दिया गया, जिनसे मिले सुराग पर शुक्रवार की रात को मुख्त्यारगंज में झंकार टाकीज के पास दबिश दी गई, जहां एक कार में बैठकर 5 लोग फाइनल मैच के लिए सट्टा बुक करते मिले। उनकी पहचान रोहित शर्मा, राहुल शुक्ला, सुरेंद्र सिंह, हिमांशु जैन और कामेश गुप्ता के रूप में की गई। प्रारंभिक जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ जुआं एक्ट की धारा 4ए और आईटी एक्ट की धारा 66सी एवं 66डी का अपराध दर्ज किया गया।
रोहित है सरगना, सुरेंद्र टेक्निकल एक्सपर्ट
इस गिरोह का सरगना रोहित शर्मा पुत्र मातादीन शर्मा 34 वर्ष (निवासी सिंचाई कालोनी छतरपुर) है, जिसने अपने ही शहर के राहुल शुक्ला पुत्र जागेश्वर प्रसाद 36 वर्ष निवासी विष्णु बिहार कालोनी और साफ्टवेयर इंजीनियर सुरेंद्र सिंह पुत्र महेंद्र सिंह 35 वर्ष निवासी सनसिटी गेट थाना सिविल लाइन के साथ ही हिमांशु जैन पुत्र विनय कुमार 35 वर्ष निवासी देवेंद्रनगर और कामेश गुप्ता पुत्र राजेश गुप्ता 26 वर्ष निवासी इंद्रपुरी कालोनी पन्ना को मिलाकर कांस्ट्रक्शन कम्पनी की आड़ में सट्टेबाजी का रैकेट बना लिया था। पुलिस को चकमा देने के लिए गिरोह ने सतना में शासकीय इन्द्रा कन्या महाविद्यालय में भवन निर्माण का ठेका हासिल कर लिया तो अगस्त माह में भरहुत नगर में किराए पर मकान लेकर रहने लगे।
ऐसे चलता था खेल
एसपी ने बताया कि हाइटेक सट्टे का खेल कोडिंग (साफ्टवेयर) के जरिए चलता है, जो मोबाइल और लैपटाप पर इंस्टाल किया जा सकता है। यह कोडिंग (साफ्टवेयर) एमेजन के सर्वर पर अपलोड किया गया है, जिसमें कोडिंग बनाने वाला व्यक्ति सर्विस प्रोवाइडर कहलाता है उसने चंडीगढ़ के किसी व्यक्ति को अपने साथ जोड़कर एडमिन बना दिया, जिसके जरिए 15 लाख में फ्रेंचाइज हासिल कर रोहित शर्मा सुपरमास्टर बन गया। फिर उसने सुरेंद्र समेत अन्य को अपने साथ जोड़ लिया और एक निश्चित रकम लेकर दर्जनों मास्टर (एजेंट) बनाए, जिन्होंने ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा के शौकीनों को भी जोड़ लिया। हर क्लाइंट को यूजरनेम और पासवर्ड दिया जाता था और जैसे ही मैच शुरू होता तो सट्टे का खेल भी चलने लगता। इसमें ऊपर से नीचे तक नफा नुकसान का बटवारा हो रहा था। आरोपियों ने सतना पुलिस की नजर से बचने के लिए सभी ग्राहक छतरपुर, पन्ना, सागर और टीकमगढ़ में बना रखे थे।
क्या-क्या मिला
आरोपियों के कब्जे से 3 लाख 12 हजार 90 रूपए नकदी के साथ डेढ़ लाख के 3 आईफोन, सवा लाख के 7 एंड्रायड मोबाइल, 10 हजार के 6 कीपैड मोबाइल, 24 एटीएम कार्ड, 17 लाख की थार (जीप), 10 लाख की वाक्सवैगन वेंटो कार और 10 लाख की हॉन्डा डब्लयूआरवी कार बरामद की गई है। अब तक जब्त किए गए सामान की कुल कीमत 45 लाख है। पुलिस ने भरहुत नगर में किराए का मकान सील कर दिया है, जिसकी तलाशी लेने पर बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
इस टीम को मिली सफलता
हाइटेक सट्टा रैकेट का पर्दाफाश करने में एएसपी सुरेंद्र जैन, सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान, सिटी कोतवाल एसएम उपाध्याय, एसआई केएन मिश्रा, रामसुरेश अहिरवार, प्रधान आरक्षक दिलीप सिंह, सोनम गुप्ता, अवतार सिंह, आरक्षक जयप्रकाश साहू, दिनेश परस्ते, आकाश द्विवेदी, सुरेश मिश्रा, रामबगस नेताम, राहुल सिंह, शंकरदयाल त्रिपाठी, शिशुलता पटेल, अंकिता सिंह, साइबर सेल प्रभारी अजीत सिंह, एएसआई दीपेश पटेल, प्रधान आरक्षक वीपेन्द्र मिश्रा, आरक्षक संदीप परिहार और पूर्णेश पांडेय ने अहम भूमिका निभाई।