हत्या के गवाह की हत्या , आरोपियों को बचा रही है पुलिस
हत्या के गवाह की हत्या , आरोपियों को बचा रही है पुलिस
डिजिटल डेस्क, छतरपुर /लवकुशनगर। क्षेत्र के पीरा गांव के धर्मेंद्र विश्वकर्मा का शव मंगलवार को रगौली स्टेशन के पास रेलवे पटरी पर मिला। धर्मेंद्र के परिजनों ने विरोधियों द्वारा हत्या कर शव पटरी के पास रख देने का आरोप लगाते हुए लवकुशनगर के बस स्टैंड पर शव रखकर जाम लगा दिया। दोपहर दो बजे से शुरू हुआ जाम रात 9 बजे तभी खुला, जब पुलिस ने 11 लोगों को नामजद करते हुए हत्या का केस दर्ज कर लिया। जाम, विरोध प्रदर्शन के कारण नगर में चंदला एवं महोबा मार्ग पर 7 घंटे तक यातायात प्रभावित रहा।
पीरा गांव के सोहन विश्वकर्मा ने शिकायत में बताया कि मंगलवार को सुबह 9.30 बजे भतीजे धर्मेंद्र को आरोपी वीरेंद्र सिंह यादव, दुर्ग सिंह यादव, रामशरण यादव, बृजेंद्र यादव एवं बबलू यादव सहित 11 लोग मोटर साइकिल पर रगौली की ओर बिठाकर ले गए। आरोपियों ने धर्मेंद्र की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। इन्हीं आरोपियों ने पिछले साल 29 जून को मेरे भाई कीरत विश्वकर्मा की भी हत्या की थी, लेकिन पुलिस ने इन पर मामला दर्ज नहीं करते हुए बचा लिया। मंगलवार को आरोपियों ने भतीजे धर्मेंद्र की हत्या कर दी। वह पुरानी घटना का गवाह भी था। पुलिस ने भाई कीरत की हत्या के मामले में दो अन्य लोगों हल्के यादव, रघुराज यादव को तो आरोपी तो बनाया लेकिन असली आरोपी वीरेंद्र यादव को छोड़ दिया। अब मंगलवार को भतीजे धर्मेंद्र को मारकर उसका शव रगौली के पास रेलवे पटरी पर डालकर आत्महत्या दिखाने का प्रयास हो रहा है।
इन पर हुआ केस दर्ज
पुलिस ने सरपंच पति वीरेंद्र सिंह यादव, दुर्ग सिंह यादव, रामशरण यादव, पटवारी सुखदेव यादव, बृजेंद्र यादव, बबलू यादव, प्रमोद अहिरवार, धर्मेंद्र रैकवार, महेश नामदेव, केशव विश्वकर्मा और बृजकिशोर विश्वकर्मा पर रात 8.30 बजे हत्या का मुकदमा सोहन विश्वकर्मा की रिपोर्ट दर्ज किया गया।
लगाया जाम
सोहन एवं उसके परिजनों ने दोपहर दो बजे लवकुशनगर बस स्टैंड पर शव रखकर जाम लगा दिया। प्रारंभ में एसडीएम अविनाश रावत, टीआई केबी आर्या ने पीड़ित परिवार को न्याय देने के लिए समझाया, लेकिन पीड़ितों ने गिड़गिड़ाते हुए बताया कि पुलिस ने उनके परिवार में पिछले साल हुई हत्या के मामले में भी मुख्य आरोपियों को बचा लिया था। इसलिए उनसे न्याय की उम्मीद नहीं है। इसके बाद एएसपी जयराज कुबेर मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिवार की बात सुनी। इसके बाद रात 8.30 बजे 11 आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज कर लिया गया। तब जाकर बस स्टैंड पर जाम खोला गया।