3 साल में 2 हजार के नोट की मांग 98% घटी, नकली नोट 3300% बढ़े

3 साल में 2 हजार के नोट की मांग 98% घटी, नकली नोट 3300% बढ़े

Tejinder Singh
Update: 2019-10-13 12:05 GMT
3 साल में 2 हजार के नोट की मांग 98% घटी, नकली नोट 3300% बढ़े

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वॉट्सएप पर 2000 रुपए के नोट बंद होने की अफवाह फैल रही है। मैसेज में लिखा है कि ‘रिजर्व बैंक 2000 के नोट वापस ले रहा है, आप 50 हजार रुपए के नोट बदल सकते हैं।’ ये तो झूठा मैसेज था, लेकिन वास्तव में देशभर में अचानक 2000 रुपए के नोट की कमी हो गई है। आम आदमी के मन में 2000 रुपए के नोट को लेकर कई आशंकाएं हैं। ऐसे में भास्कर ने पड़ताल की कि आखिर 2000 रुपए के नोट कहां गए? पड़ताल में पता चला कि वर्ष 2016-17 के मुकाबले वर्ष 2018-19 में दो हजार रुपए के नोटों की मांग में 98.6 फीसदी की कमी आई है। विभिन्न बैंक ग्राहकों की मांग के अनुसार आरबीआई से नोटों की मांग करते हैं। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक 2016-17 के मुकाबले 2018-19 में दो हजार के नकली नोटों की संख्या में 3300 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। इससे पहले डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक एनालिसिस एंड पॉलिसी ने भी सिफारिश की थी कि दो हजार के नोट को बंद कर देना चाहिए। अब इनकी प्रिंटिंग में कमी की जा रही है। इसीलिए विभिन्न बैंकों के एटीएम में दो हजार के नोट कम मिल रहे हैं। हालांकि इसका असर ये है कि अब एटीएम जल्दी खाली हो जा रहे हैं। एचडीएफसी बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि उनके एक एटीएम में पहले करीब 8 लाख रु. एक बार में आ जाते थे, लेकिन अब छोटे नोट के कारण 6 लाख ही आ पाते हैं।

प्रश्न: क्या दो हजार के नए नोट बंद हो रहे हैं?

-भास्कर से बातचीत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को नोट न छापने का कोई आदेश नहीं दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल सरकार 2000 के नोट चलन के बाहर करने या इन्हें बंद करने की तैयारी में बिल्कुल नहीं है। और न ही इसकी जगह वो कोई नए नोट शुरू करने वाली है।

प्रश्न: तो बाजार से नोट गायब क्यों है?

-भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (बीआरबीएनएमपीएल) के एक अधिकारी ने बताया कि अब 2000 रुपए के नए नोट प्रिंट करने में कमी कर दी गई है। इसलिए बाजार में 2000 रुपए के नोट की कमी है। बैंकों और लोगों द्वारा भी इनकी मांग घटी है। 

प्रश्न: ग्राहकों को इससे कोई परेशानी है क्या?

-2000 रु. के नोट नहीं मिलने से एटीएम जल्दी खाली हो जा रहे हैं। कई बार ग्राहक दूसरे एटीएम जा रहे हैं। जिन लोगों को ज्यादा कैश चाहिए उन ग्राहकों को बड़ा नोट नहीं मिल रहा है।

प्रश्न: परेशानी न हो इसके लिए बैंक क्या कर रहे हैं?

-स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एमडी पीके गुप्ता ने बताया कि हम अपने एटीएम को रीकैलिब्रेट करके कैसेट्स बदल रहे हैं। ताकि 2000 के अलावा दूसरे नोट की मांग को पूरी कर सकें। बैंक ऑफ इंडिया के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एके दास का कहना है कि ‘हमारे देशभर में 6 हजार एटीएम हैं। इनसे प्रतिदिन 10-12 लाख रुपए ट्रांजैक्शन होता है। हम अब तक ग्राहकों को कई तरह के नोट दे रहे थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से हमें एपेक्स बैंक से 2000 के नोट नहीं मिल रहे हैं। इसलिए छोटी राशि के नोट से काम चला रहे हैं। त्योहार या शादी आदि के लिए किसी को 2 हजार का नोट चाहिए तो वह बैंकों से भी ले सकता है।’ 

प्रश्न: पहले क्यों आया था 2 हजार का नोट?

-आरबीआई के एक अधिकारी ने कहा कि हमने अपनी जरूरत के 2000 के नोट प्रिंट कर लिए हैं लेकिन अब हम नए नोट नहीं छाप रहे हैं। आम आदमी को अब इतने बड़े नोट की जरूरत नहीं है। इसकी जरूरत नोटबंदी के समय थी। उस वक्त बाजार में बड़े नोट चाहिए थे। अब 2000 रुपए के नोट से काला धन जमा होने की आशंका है।
{सरकार ने लोकसभा में बताया है कि पाकिस्तान 2 हजार के नकली नोट छाप कर भारत भेज रहा है। नेपाल में भी नोट जब्ती के मामले सामने आए।

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