मेयो के डीन के नाम पर ली रिश्वत, दिया था नौकरी का झांसा

मेयो के डीन के नाम पर ली रिश्वत, दिया था नौकरी का झांसा

Tejinder Singh
Update: 2019-09-25 09:45 GMT
मेयो के डीन के नाम पर ली रिश्वत, दिया था नौकरी का झांसा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेयो अस्पताल के कर्मचारी (तकनीशियन) होने का दावा करने वाले को एसीबी ने ऑटोरिक्शा चालक से बीस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। मंगलवार को हुई इस कार्रवाई में आरोपी के खिलाफ सक्करदरा थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। आरोपी जावेद पठान हमीद पठान (31) ने खुद को मेयो अस्पताल में टेक्नीशियन बताया। दो महीने पहले उसकी पहचान ताजबाग निवासी एक ऑटोरिक्शा चालक से हुई। जावेद ने  उसे बताया कि मेयो के डीन डॉ.अजय केवलिया और सहारे नामक लिपिक से उसके करीबी संबंध हैं। उनके लेन-देन का सारा काम वही देखता है। उसने ऑटो चालक से कहा-मेयो अस्पताल में वाहन चालक की नौकरी लगवा दूंगा, लेकिन डीन डॉ. अजय केवलिया और सहारे नामक लिपिक को देने के लिए 8 लाख रुपए लगेंगे। ऑटोरिक्शा चालक ने असमर्थता जताते हुए रकम कुछ कम करने को कहा। जावेद का कहना था कि डीन और सहारे बगैर एक रुपया लिए कोई काम नहीं करते। जावेद ने रुपए के लिए कई बार फोन किए। उसकी रिकार्डिंग आटो चालक के मोबाइल में है। इस बीच ऑटोरिक्शा चालक ने एसीबी को इसकी शिकायत की। रिकार्डिंग भी सुनाई। एसीबी ने जावेद को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई। 

मंगलवार को ताजबाग परिसर में रिश्वत की रकम में से बीस हजार रुपए बतौर टोकन लेने जावेद आया। उसने जैसे ही रुपए लिए, एसीबी ने धर दबोचा। जावेद पठान के निवासस्थान की भी तलाशी ली गई। सक्करदरा थाने में प्रकरण दर्ज कर जावेद को गिरफ्तार किया गया है। 

डीन और लिपिक की भी जांच होगी

डीन डॉ.अजय केवलिया और सहारे नामक लिपिक का नाम लेने से यह दोनों भी एसीबी के जांच के दायरे में आ गए हैं। अपर अधीक्षक रश्मी नांदेड़कर और अपर अधीक्षक राजेश दुधलकर ने बताया कि रिकार्डिंग के आधार पर जांच पड़ताल की जाएगी। डीन के खिलाफ भी कार्रवाई के संकेत मिले हैं।

रिश्वत को लेकर सुर्खियों में रहा है मेयो  

इसके पहले भी मेयो अस्पताल रिश्वत प्रकरण में सुर्खियों में रहा है। मेयो की तत्कालीन डीन मनाक्षी गजभिये को भी एसीबी ने रिश्वत के मामले में पकड़ा था।

 

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