डिजिटल प्रचार बना सशक्त माध्यम, सोशल मीडिया से प्रत्याशियों का प्रचार
डिजिटल प्रचार बना सशक्त माध्यम, सोशल मीडिया से प्रत्याशियों का प्रचार
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। हाईटेक युग में अब चुनाव प्रचार भी डिजिटल होने लगा है। एक दौर था जब चुनाव प्रचार में दीवारों व कपड़े के बैनर पर हाथ से रंगे मैटर चर्चा में रहते थे। गली-मोहल्ले में लाउड स्पीकर वाले तिपहिया-चौपहिया वाहन और रिक्शा दौड़ाए जाते थे। कार्यकर्ता शोर मचाकर लोगों को इकट्ठा कर लेते थे। कई दल बिल्ला बांटा करते थे।, लेकिन अब राजनीतिक दलों ने डिजिटल चुनाव प्रचार की तकनीक अपना ली है। एंड्राइड मोबाइल और सोशल मीडिया के सहयोग से वे अपने प्रत्याशियों का प्रचार करने लगे हैं। यह अब दलों के लिए सशक्त माध्यम बन चुका है। भाजपा व कांग्रेस जैसे बड़े दलों में स्थानीय स्तर पर स्वतंत्र रूप से सोशल मीडिया सेल काम कर रहा है। इसके लिए बाकायदा एक टीम गठित की गई है। जिले में चुनाव प्रचार के लिए भाजपा के पास वॉर रूम है। 155 युवाओं की टीम लगातार काम कर रही है जबकि कांग्रेस इस मामले में थोड़ा पीछे है। उनकी टीम में वर्तमान में 87 लोग सेवारत है। यह टीम फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सएप, इंस्टाग्राम, एसएमएस जैसे सोशल मीडिया के सहारे सक्रिय रहकर अपने उम्मीदवार के पक्ष में जनसमर्थन जुटा रहे हैं। वहीं छोटे दलों का कुछ खास सेटअप नहीं है। उनके पदाधिकारी व कार्यकर्ता खुद ही सोशल मीडिया संभालने में लगे हुए हैं।
भाजपा
चंद्रपुर जिले में भाजपा ने वॉर रूम तैयार किया है। इसमें 4 से 5 लोग नियमित कार्यरत हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया सेल के जिला भर में पदाधिकारी और सदस्य हैं। प्रत्येक तहसील में 10 और कुल 15 तहसील में 150 लोग कार्यरत हैं। किसी भी विवादित जवाब से बचने के लिए सोशल मीडिया के कार्यकर्ताओं को सबसे पहले पोस्ट वॉर रूम में भेजना पड़ता है। यहां जांच-पड़ताल कर आवश्यक सुधार के बाद ही वह पोस्ट वायरल करने के निर्देश दिए जाते हैं। भाजपा महाराष्ट्र एप कुछ प्रमुख पदाधिकारियों के पास होता है। इससे वे बूथ कार्यकर्ताओं की स्थिति से अपडेट रहते हैं। पिछले 3 वर्षों से इस पर काम किया जा रहा है। आज के चुनाव के दौर में एन्ड्राइड मोबाइल प्रचार का सशक्त माध्यम बना है। यह जानकारी भाजपा जिलाध्यक्ष हरीश शर्मा ने दी।
कांग्रेस
कांग्रेस के सोशल मीडिया आईटी सेल के प्रदेश अध्यक्ष अभिजीत सपकाल के मार्गदर्शन में चंद्रपुर जिले में सोशल मीडिया आईटी सेल की टीम काम कर रही है। जिला स्तर पर समन्वयक और जिलाध्यक्ष हैं। प्रत्येक तहसील में 5 लोगों की टीम है। ऐसे कुल 17 टीम कार्यरत है। चंद्रपुर शहर व ग्रामीण और बल्लारपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्र में एक-एक टीम कार्यरत है। यह टीम नकारात्मक प्रचार का सामना करने के लिए मुस्तैद रहती है। प्रदेशाध्यक्ष की सूचना पर कार्य करते हैं। पिछले साल राहुल गांधी ने शक्ति एप का शुभारंभ किया। इसके माध्यम से कांग्रेस कार्यकर्ताओं से जुड़ पाई और उनके माध्यम से लोगों तक पहुंचने का काम किया है। सोशल मीडिया सेल के लोग ऐसे मतदाताओं का नाम खोजते हैं, जिनका नाम मतदाता सूची में नहीं है। कांग्रेस महासचिव प्रकाश देवतले ने बताया कि इस चुनाव में कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम सरकार के आश्वासनों की पोल खोलेगी। जो पिछले विधानसभा चुनाव में दिए गए थे और पूरे न हीं किए गए। इसका वीडियो भी वायरल किया जाएगा।