तेंदुए के अंगों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, बरामद हुए दांत और नाखून

तेंदुए के अंगों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, बरामद हुए दांत और नाखून

Anita Peddulwar
Update: 2019-03-30 08:45 GMT
तेंदुए के अंगों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, बरामद हुए दांत और नाखून

डिजिटल डेस्क, आसिफाबाद। तेलंगाना में तेंदुए की खाल बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। रामागुंडम पुलिस ने खाल बेचने वाले छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को काफी समय से इस गिरोह की तलाश थी।

पुलिस आयुक्त वी. सत्यनारायण ने बताया कि जंगली जानवरों को शिकार बनाने वाले इस गिरोह को पुलिस लंबे समय से पकड़ने की फिराक में थी। वन विभाग के साथ मिलकर रामागुंडम पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों एवं अतिरिक्त डीसीपी एडमिन श्री एन. अशोककुमार एवं अतिरिक्त डीसीपी रवि कुमार की देखरेख में सीसीएस सीआई वेंकटेश्वर्लू श्रीनिवास एवं अन्य के साथ स्पेशल टीम का गठन किया। पुलिस आयुक्त वी. सत्यनारायण के मुताबिक, सूचना मिली थी कि कुछ लोग प्राणहिता नदी के दूसरी ओर तेंदुए को मारकर उसकी खाल, दांत और नाखून को निकालकर मंचीरियाल जिले के चेन्नूर गांव के रहने वाले आलम राजू के घर में छिपाने जा रहे हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौके से छह लोगों को गिरफ्तार किया और इनके पास से तेंदुए की खाल, दांत और नाखून बरामद किए। गिरफ्तार सभी महाराष्ट्र के सिरोंचा जिले के बोंड्रा गांव के रहने वाले हैं। सभी को हिरासत में लेकर इनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

इधर आलापल्ली के जंगल में घूमते 9 संदिग्ध  गिरफ्तार
गड़चिरोली जिले के आलापल्ली वनविभाग के तहत आलापल्ली के कक्ष क्रमांक 12  में वन कर्मचारी गश्त पर तैनात थे। इस समय वनविभाग के आरक्षित जंगल में बिना अनुमति के प्रवेश करते हुए दावानल समेत शिकार के उद्देश्य से संदिग्ध 9 शिकारियों को वन अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। इनमें साईंनाथ तलांडे, संदीप मड़ावी, दिलीप मड़ावी, बाजीराव तलांडे, अविनाश मेश्राम, भास्कर पेंदाम, बापू वेलादी, विनोद कोड़ापे और विकास आत्राम शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार अहेरी तहसील के आलापल्ली वनविभाग के जंगलों में दावानल और वन्यजीवों के शिकार की घटनाओं के चलते वनकर्मियों ने गश्त बढ़ायी गई है। आलापल्ली वन परिक्षेत्र के जंगल में संदिग्ध्द अवस्था में पाए गए 9 युवा शिकारियों को वन अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। वनाधिकारियों के अनुसार, सभी आरोपी कक्ष क्रमांक 12 में दावानल लगाने के साथ शिकार का प्रयास कर रहे थे। वनाधिकारियों ने गिरफ्तार सभी युवकों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 व वन्यजीव सुरक्षा अधिनियम 1972  के तहत वन अपराध दाखिल किया है। यह कार्रवाई आलापल्ली के उपवनसंरक्षक सी. आर.तांबे, उपविभागीय वनाधिकारी नीतेश देवगड़े के मार्गदर्शन में वन परिक्षेत्र अधिकारी किरण पाटील, क्षेत्र सहायक योगेश शेरेकर, वनरक्षक डी.एस. चिव्हाणे, वनरक्षक आर.एस. मड़ावी ने की। 

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