डॉ. नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड : सरकार में राजनीतिक इच्छाशक्ति का अभाव

डॉ. नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड : सरकार में राजनीतिक इच्छाशक्ति का अभाव

Tejinder Singh
Update: 2019-08-20 13:47 GMT

डिजिटल डेस्क, पुणे। महाराष्ट्र अंधश्रध्दा निर्मूलन समिति के संस्थापक कार्याध्यक्ष डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या को छह साल पूरे हो गए। जिसे लेकर डॉ. हमीद दाभोलकर ने कहा कि हत्या के मुख्य सूत्रधार तक पहुंचने की सरकार की राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाई नहीं दे रही है। समिति द्वारा मंगलवार को महर्षी विठ्ठल रामजी शिंदे पुल पर सुबह नौ बजे अभिवादन सभा ली गई। इस समय डॉ. हमीद ने कहा कि हत्या प्रकरण में अब तक आठ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया हैं। जांच छह साल बाद भी हत्या के प्रमुख सूत्रधार तक पहुंचने में नाकामयाब हुई है। जांच को लेकर समय समय पर न्यायालय ने फटकारा इसलिए तेजी लाई जा रही है। यह भले ही संतोषजनक बात हो, पर जांच प्रमुख सूत्रधार तक पहुंच नहीं कर पा रही है। वर्ष 2013 में आघाड़ी सरकार थी और उसके बाद आई युति सरकार इन दोनों सरकार के नेताओं में प्रमुख सूत्रधार तक पहुंचने की राजनीतिक इच्छाशक्ति ही नहीं दिखाई दे रही है। हत्या मामले में संदिग्धाें की गिरफ्तारी के बाद भी कर्नाटक में कलबुर्गी और पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या हुई। अभिवादन सभा में मुक्ता दाभोलकर, वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मीकांत देशमुख, प्रा. सुभाष वारे, मिलिंद देशमुख समेत प्रगतिशील विचारधारा संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।   
 

Tags:    

Similar News