पुणे में लगातार बारिश से बाढ़ का खतरा, 3 डैम ओवर फ्लो

पुणे में लगातार बारिश से बाढ़ का खतरा, 3 डैम ओवर फ्लो

Anita Peddulwar
Update: 2019-08-05 14:03 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, पुणे।  पुणे शहर तथा जिले में जारी मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। जनजीवन अस्त -व्यस्त हो गया है। अगले चार दिन इसी प्रकार से बारिश रहने का अनुमान मौसम विभाग द्वारा जताया गया है। इसके मद्देनजर महापौर मुक्ता तिलक ने नागरिकों को अति महत्वपूर्ण काम हो तो ही घर से निकलें अन्यथा नहीं ऐसी अपील की है। 

महापौर तिलक ने कहा कि सद्य स्थिति को देखते हुए नागरिकों की सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन, दमकल विभाग पूरी तरह से तैयार है। सारे अपना कर्तव्य बखूबी निभा रहे हैं। शहर में एनडीआरएफ के जवान दाखिल हुए हैं। अब तक हजारों परिवारों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित किया गया है। उन्हें  भोजन और पीने के पानी की आपूर्ति की जा रही है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए नागरिक अत्यावश्यक काम हो तो ही घर से निकले अन्यथा बाहर जाना टाले ऐसी अपील महापौर ने की। 

कई मार्ग के यातायात बंद

पुणे शहर को जलापूर्ति करनेवाले खड़कवासला, पानशेत तथा वरसगांव डैम सौ प्रतिशत भर गए हैं जबकि टेमघर 98.19 प्रतिशत भर गया है। चारों बांधों में कुल 29.08 टीएमसी पानी का भंडारण हुआ है। पिछले साल इस महीने 25.56 टीमसी भंडारण था। खड़कवासला, पानशेत बांधों के परिसर में लगातार बारिश होने के कारण सोमवार को मुठा नदी में 45 हजार 424 क्युसेक से पानी छोड़ा गया। इतने बड़े पैमाने पर पानी छोड़े जाने के कारण नदी, नाले पूरी तरह से भर गए हैं। कई बस्तियों में पानी घुसने घर जलमग्न हो गए हैं।  पुल यातायात के लिए बंद रखे गए हैं। हालात को देखते हुए सोमवार को शहर तथा जिले के स्कूल, कॉलेज बंद रखे गए थे। 


नदी में डूबकर बुजुर्ग महिला की मौत

कपड़े धोने के लिए नदी पर गईं बुजुर्ग महिला की पानी में डूबकर मौत हो गईं। यह घटना सोमवार की सुबह पुणे के पुरंदर तहसील स्थित खलद गांव मंे हुई।  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कौशल्या चंद्रकांत खलदकर (74) नामक महिला की मौत हुई हैं। कौशल्या परिवार के साथ खलद गांव में रहती थीं। खलद गांव से करा नदी बहती है। फिलहाल जिले में भारी बारिश होने के कारण सभी नदियों के पानी का स्तर बढ़ गया है। सोमवार की सुबह कौशल्या नदी पर कपड़े धोने के लिए गई हुई थीं उस समय उनका पैर फिसल गया और वे नदी में बह गईं।

गांववालों ने उन्हें काफी ढूंढा लेकिन वह नहीं मिली। दोपहर करीब डेढ़ बजे गांव के कुछ युवकों ने एक झाड़ियों में कौशल्या का शव अटके हुए देखा। उन्हाेंने शव को तत्काल बाहर निकाला।  घटना की जानकारी मिलते पुलिस तथा तहसील के प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पहंुच गए। राज्य सरकार द्वारा खलदकर परिवार को आपदा प्रबंधन निधि के माध्यम से चार लाख रूपए सानुग्रह अनुदान घोषित किया गया है। साथ ही तहसील अतुल म्हेत्रे ने कहा है कि स्व. गोपीनाथ मुंडे किसान दुर्घटना बीमा योजना के माध्यम से खलदकर परिवार को दो लाख रूपए दिलवाने के लिए भी कोशिश की जाएगी। 


 

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