22 मिनट में छिंदवाड़ा से चौरई पहुंचा इंजन, 105 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चला इंजन

22 मिनट में छिंदवाड़ा से चौरई पहुंचा इंजन, 105 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चला इंजन

Bhaskar Hindi
Update: 2021-03-18 17:56 GMT
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डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा से चौरई के बीच हुए गेज कन्वर्जन के बाद अब 20 मार्च को सीआरएस की तैयारी चल रही है। इसके पहले 18 और 19 मार्च को स्थानीय अधिकारी ट्रायल कर रहे हैं। गुरुवार को दिन भर चली तैयारी और ट्रैक की जांच के बाद शाम सवा सात बजे इंजन को चलाया गया। अधिकतम 105 कमी प्रति घंटे की रफ्तार से इंजन को चलाया गया। छिंदवाड़ा से चौरई तक कुल 34 किमी की यह दूरी सिर्फ 22 मिनट में इंजन ने पूरी किया। हालांकि यहां पर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से इंजन को चलाया जाना था जो बाद में ट्रायल के दौरान कुछ दूरी पर 105 की रफ्तार तक पहुंचा दिया गया था। देर शाम तकरीबन 7.15 पर इस ट्रैक में पहली बार ट्रायल करते हुए इंजन को चलाया गया है, जहां ट्रैक ओके मिला है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार सारी तैयारियां पूरी हो गई हैं और 20 मार्च को इस ट्रैक का सीआरएस हो सकेगा। इस दौरान डिप्टी चीफ इंजीनियर मनीष लावणकर, सीनियर सेक्शन इंजीनियर चन्द्रशेखर शर्मा सहित अन्य स्टॉफ उपस्थित रहा। सीआरएस के पूर्व होने वाले ट्रायल के लिए सुरक्षा के इंतजाम रखे गए हैं। विशेष तौर पर ट्रैक के आसपास लोग नहीं आए इसका ध्यान रखा जा रहा है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ओर से छिंदवाड़ा से चौरई के बीच चल रहे ट्रायल के दौरान पटरियों से दूर रहने की अपील की है। ट्रायल के दौरान लोगों को फाटक पार उस वक्त करने के लिए कहा है जब ट्रेन नहीं हो। किसी भी व्यक्ति को प्लेटफार्म में रहने की अनुमति नहीं दी गई है।। इसके अलावा लाइन के ऊपर पशुओं को लाइन के पास चराने के लिए मना किया गया है।

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