अब हाई एजुकेशन के पाठ्यक्रमों में होगा पर्यावरण का विषय , यूजीसी ने दिये निर्देश 

 अब हाई एजुकेशन के पाठ्यक्रमों में होगा पर्यावरण का विषय , यूजीसी ने दिये निर्देश 

Anita Peddulwar
Update: 2019-05-25 10:44 GMT
 अब हाई एजुकेशन के पाठ्यक्रमों में होगा पर्यावरण का विषय , यूजीसी ने दिये निर्देश 

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय समेत देश भर के विविध विश्वविद्यालयों को अपने यहां अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में पर्यावरण पर आधारित एक विषय शुरू करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि नागपुर विवि ने अभी तक इस दिशा में कोई विचार नहीं किया है। यूनिवर्सिटी प्रकुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले के अनुसार उनके पास अभी तक ऐसा कोई विषय शुरू करने का प्रस्ताव नहीं आया है। यूनिवर्सिटी जल्द ही इस दिशा में कोई निर्णय लेगा। 

6 माह का कोर्स मॉड्यूल
उल्लेखनीय है कि नागपुर यूनिवर्सिटी ने कुछ समय पूर्व एक विद्यार्थी-एक वृक्ष अभियान शुरू किया था, लेकिन इसे कोई ठोस सफलता नहीं मिली। इधर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद यूजीसी ने यह नोटिफिकेशन जारी किया है।  ऐसे में नागपुर यूनिवर्सिटी  में आगामी समय में इस तरह का पाठ्यक्रम शुरू हो सकता है। यूजीसी ने नागपुर यूनिवर्सिटी को 6 माह का कोर्स मॉड्यूल लागू करने को कहा है। यूजीसी ने इसी नोटिफिकेशन के साथ विस्तृत पाठ्यक्रम भी अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है। स्टूडेंट्स का भी इसे प्रतिसाद मिलने की उम्मीद की जा रही है।

ये विषय शामिल करने होंगे
बता दें कि पर्यावरण प्रदूषण की बढ़ती समस्या की रोकथाम के लिए विद्यार्थियों के माध्यम से समाज में जनजागृति लाने की तैयारी की जा रही है। इसमें स्टूडेंट्स को कुल 8 यूनिट पढ़ने होंगे, जिसमें  पर्यावरण विज्ञान की जानकारी, जैव विविधता और संरक्षण, इकोसिस्टम, नेचुरल रिसोर्स, रीन्यूएबल एंड नॉन रीन्यूएबल रिसोर्स, एंवायरमेंटल पॉल्यूशन, एंवायरमेंटल पॉलिसी एंड प्रैक्टिस व फील्ड वर्क जैसे विषय शामिल होंगे। ऐसे में यूनिवर्सिटी  को जल्द से जल्द यह पाठ्यक्रम अपने यहां शुरू करना होगा। पर्यावरण बचाने के लिए यह काफी कारगर कदम होने की बात यूनिवर्सिटी ने की है।  उल्लेखनीय है कि कुछ कालेजों में एक स्टूडेंट एक पौधा लगाने का अभियान भी गत वर्ष चलाया गया था। स्कूलों में भी बच्चों को पर्यावरण बचाने और पोल्यूशन से बचने पर जनजागरण समय-समय पर किया जा रहा है। 

Tags:    

Similar News