भैंस चराने जंगल गये लापता वृद्ध का चार दिन बाद भी कोई सुराग नहीं

मोहन्द्रा भैंस चराने जंगल गये लापता वृद्ध का चार दिन बाद भी कोई सुराग नहीं

Ankita Rai
Update: 2022-07-26 11:36 GMT
भैंस चराने जंगल गये लापता वृद्ध का चार दिन बाद भी कोई सुराग नहीं

डिजिटल डेस्क, मोहन्द्रा.। शुक्रवार सुबह कस्बे के नाकनघाट मोहल्ला से अपनी भैंस चराने के लिए जंगल गए ठिंगरी निवासी गुलाब सिंह यादव उम्र 65 वर्ष  के लापता होने की खबर सामने आई थी। ग्रामीणों सहित पुलिस व वन विभाग के तमाम प्रयासों और चार दिन गुजर जाने के बाद भी लापता वृद्ध के संबंध में अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है। रविवार को पुलिस ने डॉग स्वायड की भी मदद ली पर कोई जानकारी हांथ नहीं लगी। श्रीनगर में रहकर भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे लापता गुलाब सिंह यादव के बड़े बेटे आनंदी के मुताबिक उसके पिता पशुपालक है और दूध के अपने पुश्तैनी काम से जुड़े हैं। ऐसे में भला हमारी किसी से क्या दुश्मनी होगी। हमारे वृद्ध पिता का लापता होना हैरान कर देने वाला है। आनंदी यादव ने कहा कि करीब ०2 से ०3 सैकड़ा लोगों ने जंगल में चप्पा-चप्पा छान लिया पर वृद्ध पिता के संबंध में कोई जानकारी तो ठीक उनके पास मौजूद कोई सामान भी कहीं नहीं मिला है। ऐसे में पिता के अपहरण की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।  
शांति के टापू से अशांत वातावरण वाले क्षेत्र की पहचान बना मोहन्द्रा
बीते कुछ वर्षों के दरमियान शांति के टापू के रूप में अपनी पहचान रखने वाला मोहन्द्रा एक अशांत वातावरण निर्मित हो रहा है। पुलिस की लचर कार्यप्रणाली के कारण साल भर में दर्जनों जगह चोरी की घटनाओं सहित अन्य अपराध घटित हो रहे है लेकिन पुलिस के जिम्मेदार कम बल होने का हवाला देकर हर बार अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते है। मोहंद्रा से सटे आसपास के गांव के असमाजिक तत्व देर रात तक बगैर नंबर की संदिग्ध वाहनों में मोहन्द्रा की सडक़ों में बेरोकटोक घूमते रहते हैं। रविवार- सोमवार की दरमियानी रात्रि भी कस्बे के बीचोंबीच स्थित बड़ा बाजार में खड़ी एक चार पहिया पिकअप वाहन के साथ अज्ञात शरारती तत्वों द्वारा तोडफ़ोड किये जाने की खबर है। बस्ती के बाहरी छोर में देर रात तक शराबखोरी होना आम बात है लेकिन पुलिस कभी भी इन असामाजिक तत्वों से सख्ती से नहीं निपटती। जिसके चलते इलाके में आए दिन अपराध घटित हो रही हैं। 

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