प्राचीन वस्तुओं का भी शौक रहते हैं नागपुरियंस, एक्जीबिशन में उमड़ी भीड़

प्राचीन वस्तुओं का भी शौक रहते हैं नागपुरियंस, एक्जीबिशन में उमड़ी भीड़

Anita Peddulwar
Update: 2019-05-18 12:27 GMT
प्राचीन वस्तुओं का भी शौक रहते हैं नागपुरियंस, एक्जीबिशन में उमड़ी भीड़

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में भी बहुत से लोग हैं, जो प्राचीन वस्तुओं का संग्रह करते हैं। इन वस्तुओं को रमन साइंस सेंटर में देखा जा सकता है। इसके लिए रमन विज्ञान केन्द्र तथा छंद वैभव के संयुक्त तत्वावधान में ‘संग्रह संबंध जोड़तात’ प्रदर्शनी आयोजित की गई है। इसका उद्घाटन प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति व पुरातत्व विभाग की प्रमुख  डॉ. प्रीति त्रिवेदी ने किया। केंद्र परिसर शहर के विभिन्न संग्रहकर्ताओं ने स्टॉल लगाए गए। प्रदर्शनी में सिक्कों का, न्यूज पेपर का, माचिस बॉक्स का, पीतल के बर्तनों का, स्टैम्प आदि का कलेक्शन दिखाई दे रहा है।

अलग-अलग माचिस बॉक्स का संग्रह
पुष्कराज देशपांडे के पास अलग-अलग माचिस बॉक्स का संग्रह है, जिसमें उन्हें किसी वस्तु के साथ फ्री मिली माचिस बॉक्स से लेकर दिवाली के समय मिलने वाली कलर माचिस बॉक्स भी है। श्री देशपांडे ने बताया कि जब भी वे कहीं घूमने गए और होटल में जो भी अलग टाइप की माचिस मिलती थी, उसे खरीद लेते थे। इस तरह से उनके पास किचन मैच बॉक्स से लेकर रेगुलर मैच बॉक्स भी हैं। गंगाधर अडसड के पास सिक्के और न्यूज पेपरों का कलेक्शन है। 

मिट्टी से है प्यार
अनिता सारडे का कहना है कि उन्हें मिट्टी से बहुत प्यार है। इसलिए वे जहां भी घूमने जाती हैं, उस शहर की मिट्टी या रेत जरूरी लेकर आती हैं। पिछली बार जब वह कर्नाटक घूमने गईं, तो वहां पर समुद्र की मिट्टी लेकर आईं। इस तरह उनके पास ठाणे मुंबई, पुणे, कोथरूट इस्कॉन नवी मुंबई, हरिहरेश्वर मंदिर के पास के समुद्र के किनारे की मिट्टी का संग्रह है। डॉ. अनिल मेश्राम के पास पीतल के बर्तनों का संग्रह है।

ऑटोग्राफ का कलेक्शन
उद्घाटन अवसर पर फ्लैट 500 स्काय ब्लू कलर का मॉडल देखकर सभी आश्चर्य चकित हुए, तो बीएमडब्ल्यू जेड 4 कोका कलर का मॉडल भी रखा गया है। विटेंज कार और एयर इंडिया का एयर प्लेन भी खिलौने वाला मॉडल देखकर सभी ने ओजस की सराहना की। किसी के पास मिट्टी का, तो किसी के पास ऑटोग्राफ का संग्रह है। कोई बचे हुए साबुन को संग्रह करके उस पर चित्रकारी किया है, तो कोई सबसे छोटी खटिया बना कर प्रस्तुत किया है।

सबसे छोटी खटिया
दिलीप डहाके ने 2014 से ऑटोग्राफ का कलेक्शन रखा है, जिसमें नेताओं, अभिनेताओं के ऑटोग्राफ शामिल हैं। इसके साथ ही प्रदर्शनी में आर्कषण का केन्द्र सबसे छोटी खटिया है। जयंत तांदुलकर ने इसे बनाया है। इसकी साइज 1 सेमी है। इस खटिया को वुड, बांबू की लकड़ी और थ्रेड से बनाया गया है। उनका कहना है कि वे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की तैयारी कर रहे हैं।

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