यवतमाल में बाघ के हमले से किसान की मौत, एक तेंदुए का शव गड़चिरोली में मिला

यवतमाल में बाघ के हमले से किसान की मौत, एक तेंदुए का शव गड़चिरोली में मिला

Tejinder Singh
Update: 2017-12-10 12:06 GMT
यवतमाल में बाघ के हमले से किसान की मौत, एक तेंदुए का शव गड़चिरोली में मिला

डिजिटल डेस्क, यवतमाल/ गड़चिरोली। रालेगांव तहसील के सावरखेड़ पलसकुंडा-विहीरगांव में स्थित एक खेत में शुक्रवार रात रखवाली कर रहे किसान पर बाघ ने हमला कर दिया। बाघ के हमले से किसान की मौत हो गई। मृतक किसान का नाम शिवराम चंडकु भोजु फुटकी, उम्र 50 साल निवासी सावरखेड़ा तहसील रालेगांव है। जानकारी के अनुसार किसान अपने खेत मेें रखवाली के लिए शुक्रवार 8 दिसंबर की शाम खेत में गया था। 9 दिसंबर की दोपहर तक उसके खेत से वापस नहीं लौटा तो चिंतित परिजनों और गांववासियों ने उसकी खोज की। इसके बाद उसका क्षतविक्षत शव खेत से थोड़ी दूरी पर वीरगांव जंगल में दिखाई दिया।

मृतक किसान की 2 बेटियां, एक शादीशुदा

मृतक किसान की 2 बेटियां हैं, जिसमें एक की शादी हो चुकी है। अपने 5 एकड़ खेत से परिवार का गुजर-बसर कर रहा था।  घटना के बाद वडकी पुलिस ने  मौके पर पहुंचकर पंचनामा किया। इस दौरान गांववासियों की भारी भीड़ घटनास्थल पर इकट्ठा  हो गई । इस तरह परिसर में आए दिन वन्यप्राणीयों के हमले और मौत से नाराज ग्रामवासियों ने किसान के शव को लेने से इंकार कर दिया और उग्र प्रदर्शन करते हुए बाघ के बंदोबस्त की मांग के साथ ही किसान परिवार को वन विभाग की ओर से मुआवजा देने की मांग की है। गौरतलब है कि रालेगांव, कलंब परिसर में बाघ के हमले की यह 11वीं घटना है। 

गायों के झुंड पर किया हमला

उधर कलंब में शनिवार रात एक तेंदुए ने गोरक्षण में रखे गायों के झुंड पर हमला कर गाय को अपना निवाला बना लिया। वनविभाग से मिली जानकारी के अनुसार तेंदुए ने इस गोरक्षण संस्था के तबेले में घुसकर गाय पर हमला कर दिया। गाय की गर्दन को गहरे घाव थे। इन दिनों वन्यप्राणी आसपास के इलाकों में भटक रहे हैं।  इसी के चलते अब तक इस परिसर में 2 तेंदुए समेत 1 पट्टेदार बाघ को देखा गया है। जिससे बस्तियोंं में दहशत है। लेकिन वनविभाग इन प्राणियों का प्रबंध नहीं कर पा रहा  है। बताया जाता है कि बीते 1 महीने में  इस परिसर में 3 गायों पर हिंसक प्राणियों के हमले की घटना हुई है।

तेंदुए का शव संदिग्ध स्थिति में मिला

उधर गड़चिरोली जिले की कोरची तहसील के मालेवाड़ा वन परिक्षेत्र अंतर्गत सेला गांव के जंगल में शुक्रवार को तेंदुए का शव संदिग्ध स्थिति में मिला। तेंदुए की मृत्यु का कारण अब तक पता नहीं लग सका है। जबकि एक दिन पहले ही सेलावासियों ने तेंदुए को गांव के तालाब में पानी पीते हुए देखा था। ऐसे में अचानक उसकी मृत्यु होने से वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। बता दें कि, एक महीने पहले चामोर्शी तहसील के मारोड़ा-जामगिरि वन क्षेत्र में नरभक्षी बाघिन की करंट लगने से मृत्यु हो गई  थी।  

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