कोल्हापुर में बाढ़ प्रभावित महिलाएं नदी में कूदी, फायनान्स कंपनी से कर्जमाफी की मांग

कोल्हापुर में बाढ़ प्रभावित महिलाएं नदी में कूदी, फायनान्स कंपनी से कर्जमाफी की मांग

Tejinder Singh
Update: 2020-01-03 14:13 GMT
कोल्हापुर में बाढ़ प्रभावित महिलाएं नदी में कूदी, फायनान्स कंपनी से कर्जमाफी की मांग

डिजिटल डेस्क, पुणे। मायक्रो फायनान्स से दिया गया कर्ज माफ हो, इस मांग को लेकर कोल्हापुर जिले में बाढ़ प्रभावित महिलाओं ने आंदोलन शुरू किया है। शुक्रवार को इस मांग के चलते महिलाओं ने शिवसेना सांसद धैर्यशील माने के सामने नदीं में कूद कर जलसमाधि लेने की कोशिश की। शिरोल तहसील में पिछले कुछ दिनों से जारी महिलाओं के आंदोलन ने शुक्रवार अलग ही मोड़ लिया। गांधीनगर में पंचगंगा नदी किनारे महिलाएं आंदोलन कर रही थीं। उस समय हातकणंगले के सांसद धैर्यशील माने भी मौजूद थे। फायनान्स पर लिया गया कर्ज माफ करने की मांग को लेकर महिलाएं सीधे नदी में कूद गईं। इस से एक ही खलबली मच गई। दमकल विभाग के जवान तथा आपदा प्रबंधन विभाग के जवानों ने महिलाओं को तत्काल बाहर निकला। एक महिला आंदोलनकारी बेहोश हो गईं। उसे तत्काल चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई।  

इस आंदोलन का नेतृत्व कर रही दिव्या मगदूम ने कहा कि बाढ़ प्रभावित महिलाओं पर आर्थिक अन्याय किया जा रहा है। इसकी ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। जब तक मुख्यमंत्री आंदोलनकारियों से चर्चा नहीं करेंगे, अथवा जबतक कर्जमाफी का आदेश जारी नहीं करते, तब तक हम आंदोलन जारी ही रखेंगे। दूसरी ओर सांसद माने ने कहा है कि यहां कंपनी का आर्थिक जाल है। सैंकड़ों महिलाओं ने इस कंपनी से कर्ज लिया है। बाढ़ के कारण महिलाओं को कर्ज चुकाना मुमकिन नहीं है। इसलिए जिस तरह से किसानों को कर्जमाफी दी गई है, उसी तरह से इन महिलाओं का भी कर्ज माफ किया जाए, ऐसी मांग महिलाओं की है। इस संदर्भ में जिलाधिकारी से बैठक हुई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसी भी प्रकार की वसूली ना की जाए ऐसे आदेश जिलाधिकारी ने दिए है। मुख्यमंत्री से भी बात की गई है। अगले हफ्ते उनसे मिलकर चर्चा की जाएगी।  


 

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